#motivational (11)
#change (8)
#life (8)
#selfhelp (8)
#covid19 (6)
#general (6)
#learnings (6)
#takeaways (6)
#about (5)
#thoughtworks (5)
#experience (4)
#book (3)
#book-review (3)
#jagjeevan (3)
#me (3)
#profile (3)
#technology (3)
#books (2)
#event (2)
#impact (2)
#inspirational (2)
#metaverse (2)
#nagarro (2)
#reflection (2)
#work-from-home (2)
#ar (1)
#blockchain (1)
#blogs (1)
#book-launch (1)
#career (1)
#coming-soon (1)
#communication (1)
#consulting (1)
#director (1)
#engineering (1)
#facebook (1)
#habit (1)
#iot (1)
#java (1)
#javaone (1)
#leader (1)
#leadership (1)
#learning (1)
#meta (1)
#motivation (1)
#nft (1)
#opportunity (1)
#point-of-view (1)
#reading (1)
#space (1)
#success (1)
#takeaway (1)
#talks (1)
#tips (1)
#universe (1)
#video (1)
#vr (1)
#writing (1)
#xr (1)
Tag: about
Dec, 2025 - Post
📕उपलब्ध है! जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना
📕 जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना एक भावनात्मक और प्रेरणादायक पुस्तक है, जो श्री जग्गूराम जैसे दूरदर्शी, सरल और गहन विचारों वाले व्यक्तित्व के जीवन-सार को संजोती है। उनके आशीर्वाद, मूल्यों और जीवन-दृष्टि ने कई पीढ़ियों को आकार दिया है, और आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं।
मैंने अपने बचपन की स्मृतियों को मिलाकर इस महान व्यक्तित्व की सीखों को दस अध्यायों में समाहित किया है। इन अध्यायों में जीवन की असली विरासत, जिम्मेदारियों का महत्व, उतार-चढ़ाव से जूझने की शक्ति, हुनर का मूल्य, छिपी क्षमताएँ, पारिवारिक जुड़ाव, संघर्ष समाधान, अनुशासन, कर्म की शक्ति और उच्च मूल्यों के साथ जीवन के समापन जैसी महत्वपूर्ण बातों को सरल, प्रेरक तरीके से प्रस्तुत किया गया है।
और पढ़ें
Nov, 2025 - About
पुस्तकें
📕 जगजीवन जीवन से बढ़कर जीना 📕 जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना एक भावनात्मक और प्रेरणादायक पुस्तक है, जो श्री जग्गूराम जैसे दूरदर्शी, सरल और गहन विचारों वाले व्यक्तित्व के जीवन-सार को संजोती है। उनके आशीर्वाद, मूल्यों और जीवन-दृष्टि ने कई पीढ़ियों को आकार दिया है, और आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं।
लेखक ने अपने बचपन की स्मृतियों को मिलाकर इस महान व्यक्तित्व की सीखों को दस अध्यायों में समाहित किया है। इन अध्यायों में जीवन की असली विरासत, जिम्मेदारियों का महत्व, उतार-चढ़ाव से जूझने की शक्ति, हुनर का मूल्य, छिपी क्षमताएँ, पारिवारिक जुड़ाव, संघर्ष समाधान, अनुशासन, कर्म की शक्ति और उच्च मूल्यों के साथ जीवन के समापन जैसी महत्वपूर्ण बातों को सरल, प्रेरक तरीके से प्रस्तुत किया गया है।
और पढ़ें
Oct, 2025 - Post
कितना छोटा या कितना बड़ा है जीवन?
कुछ व्यस्त महीनों के बाद, मैं हाल ही में अपने परिवार के साथ एक कैंपिंग साइट पर गया — प्रकृति के करीब होना वाकई एक ताज़गी भरा अनुभव था। इस यात्रा का आयोजन कैंप गोपिका ने किया था और एस्ट्रोस्टॉप ने हमारे प्रवास को एक अनोखा अनुभव दिया।
शांत वातावरण ने मुझे जीवन पर चिंतन करने और अपनी आगामी पुस्तक 📕 “जगजीवन – जीवन से बढ़कर जीना” के अंतिम रूप पर काम करने का समय दिया, जो मेरे परनाना की कहानी और उनके इस विश्वास को बताती है कि सीखने और आत्मनिरीक्षण के लिए यात्रा आवश्यक है।
और पढ़ें
Sep, 2025 - About
कुछ पल
कितना छोटा या कितना बड़ा - एक प्राकृतिक यात्रा - Oct, 2025 स्काई डाइविंग - एक अनुभव - Sep, 2025 18वीं सालगिरह रितु और कुलदीप - Feb, 2025 माता-पिता की शादी की 44वीं सालगिरह - Jun, 2024 मातापिता को किताब समर्पित करना - May, 2024 वृन्दावन - Mar, 2024 2023 शुभ गृहप्रवेश – रक्षाबंधन - Aug, 2023 Jim corbett trip - Jun, 2023 16th Wedding anniversary - Feb, 2023 Father Retirement Speech - Jun, 2022 ☞ More Details 14th Wedding anniversary - Feb, 2021 Keep Moving - Jan, 2021 3rd Birthday Lovyansh - Jun, 2020 ☞ More Details
और पढ़ें
Nov, 2025 - About
मेरे बारे में जाने
📨 संपर्क 📃 मेरा रिज्यूमे 🎗️ सामाजिक सहयोग 🛟 मेरे जीवन मंत्र 🗣️ अनुशंसा 🐦🔥️ मेरे अविष्कार 📚️ मेरी पुस्तकें 🏆️ मेरे पुरुष्कार
👉 कुछ शब्द! कुलदीप ने व्यवसायों के विकास में आधुनिक तकनिकी की मुख्य भूमिका में दर्शाते हुए अपना करियर बनाया है। उन्होंने नई प्रौद्योगिकियों में महारत हासिल कर कई उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किये।
कुलदीप ने विभिन्न क्षेत्रों में काम किया, और कई समाधान निकाले जो प्रभावशीलता और दक्षता को प्रभावित करते हैं। कुलदीप सीएक्सओ सर्कल के भीतर स्मार्ट ग्लास, आईओटी, ब्लॉकचेन और एआरवीआर प्रौद्योगिकियों का उपयोग करके कनेक्टेड वर्कर, इंस्टॉलेशन असिस्टेंट, रिमोट एक्सपर्ट, इनडोर पोजिशनिंग और डिजिटल ट्विन जैसी अवधारणाओं को प्रचारित करने में भी समय लगाते हैं। उन्होंने अनुमान, पूर्वानुमान और अनुकूलन में कई जटिल डेटा परियोजनाओं का नेतृत्व किया है और अत्यधिक स्केलेबल, क्लाउड-नेटिव और माइक्रोसर्विसेज आधारित आर्किटेक्चर भी डिजाइन किए हैं।
और पढ़ें
Tag: ar
Nov, 2025 - Post
📕जल्द आ रही है! जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना
जीवन हमें हर पल कुछ न कुछ सिखाता है—लेकिन जब हम ठहरकर उन पलों पर विचार करते हैं, तभी हम वास्तव में आगे बढ़ते हैं। हर किसी के जीवन में चुनौतियाँ होती हैं; कोई भी जीवन समस्याओं से मुक्त नहीं है। हमें हमारी परेशानियाँ परिभाषित नहीं करती, बल्कि उनसे ऊपर उठने की हमारी क्षमता करती है।
आज हम जिन अधिकतर चुनौतियों का सामना करते हैं, वे वही हैं जिनसे हमारी पिछली पीढ़ियाँ भी गुज़री थीं—चाहे वह दैनिक जीवन से जुड़ी हों, रिश्तों से, कमाई-खर्च से, या ज़िम्मेदारियों के प्रबंधन से। हमारे आसपास—घर में, परंपराओं में, और बड़ों की कहानियों में—बहुत-सी जीवन-उपयोगी सीखें पहले से मौजूद हैं। फिर भी आधुनिक जीवन की तेज़ दौड़ में हम अक्सर इस अनमोल मार्गदर्शन को अनदेखा कर देते हैं। विरासतें भुला दी जाती हैं, अनुभव धुंधला जाते हैं, और हर पीढ़ी को फिर से वही समझ दोबारा बनानी पड़ती है—कई बार एक झूठी समृद्धि और उन्नति के भ्रम में।
और पढ़ें
Tag: blockchain
Nov, 2025 - Post
📕जल्द आ रही है! जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना
जीवन हमें हर पल कुछ न कुछ सिखाता है—लेकिन जब हम ठहरकर उन पलों पर विचार करते हैं, तभी हम वास्तव में आगे बढ़ते हैं। हर किसी के जीवन में चुनौतियाँ होती हैं; कोई भी जीवन समस्याओं से मुक्त नहीं है। हमें हमारी परेशानियाँ परिभाषित नहीं करती, बल्कि उनसे ऊपर उठने की हमारी क्षमता करती है।
आज हम जिन अधिकतर चुनौतियों का सामना करते हैं, वे वही हैं जिनसे हमारी पिछली पीढ़ियाँ भी गुज़री थीं—चाहे वह दैनिक जीवन से जुड़ी हों, रिश्तों से, कमाई-खर्च से, या ज़िम्मेदारियों के प्रबंधन से। हमारे आसपास—घर में, परंपराओं में, और बड़ों की कहानियों में—बहुत-सी जीवन-उपयोगी सीखें पहले से मौजूद हैं। फिर भी आधुनिक जीवन की तेज़ दौड़ में हम अक्सर इस अनमोल मार्गदर्शन को अनदेखा कर देते हैं। विरासतें भुला दी जाती हैं, अनुभव धुंधला जाते हैं, और हर पीढ़ी को फिर से वही समझ दोबारा बनानी पड़ती है—कई बार एक झूठी समृद्धि और उन्नति के भ्रम में।
और पढ़ें
Tag: blogs
Jul, 2024 - Post
२० सालों की २० सीखें
५ जुलाई २००४, वो समय जब में मैंने अपनी पेशेवर यात्रा शुरू की। ये पिछले 20 वर्ष मेहनत और संतुष्टि से भरे रहे हैं।
जैसे की कहते है “सीखना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है और जब हम सीख को किसी से साझा करते है तो ये और परिपक्व होती है”,
इन दो दशकों में मुझे भी बहुत कुछ सीखने को मिला, मैंने विभिन्न प्रोद्योगिक तकनीकियों में ५० से ज्यादा प्रोजेक्ट्स किये, विभिन्न संगठनों में विविध पृष्ठभूमि के हजारों लोगों के साथ सीधे काम किया। इन्ही अनुभवों से सीख के मेने 120 से अधिक लेख लिखे और जज, वक्ता, पैनलिस्ट, या अतिथि व्याख्याता जैसी भूमिकाओं में 60 से अधिक कार्यक्रमों में भाग लिया। मैंने इन प्रयासों के माध्यम से ५० हजार से अधिक व्यक्तियों को प्रभावित किया होगा।
और पढ़ें
Tag: book
Dec, 2025 - Post
📕उपलब्ध है! जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना
📕 जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना एक भावनात्मक और प्रेरणादायक पुस्तक है, जो श्री जग्गूराम जैसे दूरदर्शी, सरल और गहन विचारों वाले व्यक्तित्व के जीवन-सार को संजोती है। उनके आशीर्वाद, मूल्यों और जीवन-दृष्टि ने कई पीढ़ियों को आकार दिया है, और आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं।
मैंने अपने बचपन की स्मृतियों को मिलाकर इस महान व्यक्तित्व की सीखों को दस अध्यायों में समाहित किया है। इन अध्यायों में जीवन की असली विरासत, जिम्मेदारियों का महत्व, उतार-चढ़ाव से जूझने की शक्ति, हुनर का मूल्य, छिपी क्षमताएँ, पारिवारिक जुड़ाव, संघर्ष समाधान, अनुशासन, कर्म की शक्ति और उच्च मूल्यों के साथ जीवन के समापन जैसी महत्वपूर्ण बातों को सरल, प्रेरक तरीके से प्रस्तुत किया गया है।
और पढ़ें
Nov, 2025 - Post
📕जल्द आ रही है! जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना
जीवन हमें हर पल कुछ न कुछ सिखाता है—लेकिन जब हम ठहरकर उन पलों पर विचार करते हैं, तभी हम वास्तव में आगे बढ़ते हैं। हर किसी के जीवन में चुनौतियाँ होती हैं; कोई भी जीवन समस्याओं से मुक्त नहीं है। हमें हमारी परेशानियाँ परिभाषित नहीं करती, बल्कि उनसे ऊपर उठने की हमारी क्षमता करती है।
आज हम जिन अधिकतर चुनौतियों का सामना करते हैं, वे वही हैं जिनसे हमारी पिछली पीढ़ियाँ भी गुज़री थीं—चाहे वह दैनिक जीवन से जुड़ी हों, रिश्तों से, कमाई-खर्च से, या ज़िम्मेदारियों के प्रबंधन से। हमारे आसपास—घर में, परंपराओं में, और बड़ों की कहानियों में—बहुत-सी जीवन-उपयोगी सीखें पहले से मौजूद हैं। फिर भी आधुनिक जीवन की तेज़ दौड़ में हम अक्सर इस अनमोल मार्गदर्शन को अनदेखा कर देते हैं। विरासतें भुला दी जाती हैं, अनुभव धुंधला जाते हैं, और हर पीढ़ी को फिर से वही समझ दोबारा बनानी पड़ती है—कई बार एक झूठी समृद्धि और उन्नति के भ्रम में।
और पढ़ें
Oct, 2025 - Post
कितना छोटा या कितना बड़ा है जीवन?
कुछ व्यस्त महीनों के बाद, मैं हाल ही में अपने परिवार के साथ एक कैंपिंग साइट पर गया — प्रकृति के करीब होना वाकई एक ताज़गी भरा अनुभव था। इस यात्रा का आयोजन कैंप गोपिका ने किया था और एस्ट्रोस्टॉप ने हमारे प्रवास को एक अनोखा अनुभव दिया।
शांत वातावरण ने मुझे जीवन पर चिंतन करने और अपनी आगामी पुस्तक 📕 “जगजीवन – जीवन से बढ़कर जीना” के अंतिम रूप पर काम करने का समय दिया, जो मेरे परनाना की कहानी और उनके इस विश्वास को बताती है कि सीखने और आत्मनिरीक्षण के लिए यात्रा आवश्यक है।
और पढ़ें
Tag: book-launch
Dec, 2025 - Post
📕उपलब्ध है! जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना
📕 जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना एक भावनात्मक और प्रेरणादायक पुस्तक है, जो श्री जग्गूराम जैसे दूरदर्शी, सरल और गहन विचारों वाले व्यक्तित्व के जीवन-सार को संजोती है। उनके आशीर्वाद, मूल्यों और जीवन-दृष्टि ने कई पीढ़ियों को आकार दिया है, और आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं।
मैंने अपने बचपन की स्मृतियों को मिलाकर इस महान व्यक्तित्व की सीखों को दस अध्यायों में समाहित किया है। इन अध्यायों में जीवन की असली विरासत, जिम्मेदारियों का महत्व, उतार-चढ़ाव से जूझने की शक्ति, हुनर का मूल्य, छिपी क्षमताएँ, पारिवारिक जुड़ाव, संघर्ष समाधान, अनुशासन, कर्म की शक्ति और उच्च मूल्यों के साथ जीवन के समापन जैसी महत्वपूर्ण बातों को सरल, प्रेरक तरीके से प्रस्तुत किया गया है।
और पढ़ें
Tag: book-review
Feb, 2021 - Post
२०२० में इच्छा शक्ति बढ़ाने के कुछ अनुभव
वर्ष 2020 परिवर्तन का वर्ष था, यह कुछ लोगों के लिए दर्दनाक हो सकता है, लेकिन साथ ही इसने हमें जीवन में सबक भी सिखाया है। मैंने इसके बारे में पहले भी लिखा है कि हमें इसे स्वीकार करना होगा, और यह साल याद किया जाएगा हमारे पूरे जीवन में और उसके बाद भी, चाहे हम कुछ भी करें, पर इसका प्रभाव पड़ेगा। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि हम वर्तमान को पूरी तरह से जीएं। यहाँ पढ़े -
और पढ़ें
May, 2020 - Post
अधिक सफल बनने के लिए बदलें!
परिवर्तन एकमात्र स्थिरांक है, इसके लिए मानव जाति से निरंतर प्रयास की आवश्यकता होती है जो उस परिवर्तन को समझे जो सफलता की और लेके जाता है, और हमें और भी अधिक सफल बनाता है। अपने पहले लेख में, मैंने सफलता के मंत्र के बारे में बात की , और आवश्यकता पड़ने पर परिवर्तन को स्वीकार करने के बारे में भी लिखा । कभी-कभी जिस तरह से हम अपनी सफलता का अनुभव करते हैं वह अधिक सफल बनने के लिए अवरोधक बन जाता है। हम सफल होने के रास्ते पर जाने-अनजाने में कुछ आदतें जमा कर लेते हैं, और ज्यादातर हम कभी भी महसूस नहीं करते हैं कि वे आदतें हमारे आगे बढ़ने के रास्ते को अवरुद्ध करना शुरू कर देती हैं।
और पढ़ें
Mar, 2019 - Post
जीवन में उद्देश्य और संतुलन कायम रखें
मैंने अभी-अभी गौड़ गोपाल दास की एक पुस्तक “Life’s Amazing Secrets” समाप्त की है । यह पुस्तक जीवन में संतुलन और उद्देश्य के विषय को अच्छी तरह से शामिल करती है। पुस्तक से कुछ अवधारणाएँ को मैं अपने वर्तमान कंपनी संस्कृति से भी रिलेटेड कर सकता हूँ, जैसे जैसे की कल्टीवेशन एंड कोलैबोरेशन।
मुझे मेरी नयी कंपनी ThoughtWorks ज्वाइन किये 6 महीने से अधिक हो गए है, एक संगठन जो 25 साल से अधिक समय पहले एक सामाजिक प्रयोग के रूप में शुरू हुआ था, और जीवन में 3 स्तंभों को संतुलित करने में विश्वास करता है; स्थिरता, उत्कृष्टता और उद्देश्य। यह संगठन को एक जीवित इकाई के रूप में बनाता है, और जहां कहीं भी जीवन है, उसे परिवर्तनों और चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, यह हम पर है कि हम कैसे बदलते हैं और बदलने की कला को उत्कृष्टता देते हैं।
और पढ़ें
Tag: books
Dec, 2025 - Post
📕उपलब्ध है! जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना
📕 जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना एक भावनात्मक और प्रेरणादायक पुस्तक है, जो श्री जग्गूराम जैसे दूरदर्शी, सरल और गहन विचारों वाले व्यक्तित्व के जीवन-सार को संजोती है। उनके आशीर्वाद, मूल्यों और जीवन-दृष्टि ने कई पीढ़ियों को आकार दिया है, और आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं।
मैंने अपने बचपन की स्मृतियों को मिलाकर इस महान व्यक्तित्व की सीखों को दस अध्यायों में समाहित किया है। इन अध्यायों में जीवन की असली विरासत, जिम्मेदारियों का महत्व, उतार-चढ़ाव से जूझने की शक्ति, हुनर का मूल्य, छिपी क्षमताएँ, पारिवारिक जुड़ाव, संघर्ष समाधान, अनुशासन, कर्म की शक्ति और उच्च मूल्यों के साथ जीवन के समापन जैसी महत्वपूर्ण बातों को सरल, प्रेरक तरीके से प्रस्तुत किया गया है।
और पढ़ें
Nov, 2025 - About
पुस्तकें
📕 जगजीवन जीवन से बढ़कर जीना 📕 जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना एक भावनात्मक और प्रेरणादायक पुस्तक है, जो श्री जग्गूराम जैसे दूरदर्शी, सरल और गहन विचारों वाले व्यक्तित्व के जीवन-सार को संजोती है। उनके आशीर्वाद, मूल्यों और जीवन-दृष्टि ने कई पीढ़ियों को आकार दिया है, और आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं।
लेखक ने अपने बचपन की स्मृतियों को मिलाकर इस महान व्यक्तित्व की सीखों को दस अध्यायों में समाहित किया है। इन अध्यायों में जीवन की असली विरासत, जिम्मेदारियों का महत्व, उतार-चढ़ाव से जूझने की शक्ति, हुनर का मूल्य, छिपी क्षमताएँ, पारिवारिक जुड़ाव, संघर्ष समाधान, अनुशासन, कर्म की शक्ति और उच्च मूल्यों के साथ जीवन के समापन जैसी महत्वपूर्ण बातों को सरल, प्रेरक तरीके से प्रस्तुत किया गया है।
और पढ़ें
Tag: career
Oct, 2025 - Post
कितना छोटा या कितना बड़ा है जीवन?
कुछ व्यस्त महीनों के बाद, मैं हाल ही में अपने परिवार के साथ एक कैंपिंग साइट पर गया — प्रकृति के करीब होना वाकई एक ताज़गी भरा अनुभव था। इस यात्रा का आयोजन कैंप गोपिका ने किया था और एस्ट्रोस्टॉप ने हमारे प्रवास को एक अनोखा अनुभव दिया।
शांत वातावरण ने मुझे जीवन पर चिंतन करने और अपनी आगामी पुस्तक 📕 “जगजीवन – जीवन से बढ़कर जीना” के अंतिम रूप पर काम करने का समय दिया, जो मेरे परनाना की कहानी और उनके इस विश्वास को बताती है कि सीखने और आत्मनिरीक्षण के लिए यात्रा आवश्यक है।
और पढ़ें
Tag: change
Oct, 2025 - Post
कितना छोटा या कितना बड़ा है जीवन?
कुछ व्यस्त महीनों के बाद, मैं हाल ही में अपने परिवार के साथ एक कैंपिंग साइट पर गया — प्रकृति के करीब होना वाकई एक ताज़गी भरा अनुभव था। इस यात्रा का आयोजन कैंप गोपिका ने किया था और एस्ट्रोस्टॉप ने हमारे प्रवास को एक अनोखा अनुभव दिया।
शांत वातावरण ने मुझे जीवन पर चिंतन करने और अपनी आगामी पुस्तक 📕 “जगजीवन – जीवन से बढ़कर जीना” के अंतिम रूप पर काम करने का समय दिया, जो मेरे परनाना की कहानी और उनके इस विश्वास को बताती है कि सीखने और आत्मनिरीक्षण के लिए यात्रा आवश्यक है।
और पढ़ें
Sep, 2025 - About
कुछ पल
कितना छोटा या कितना बड़ा - एक प्राकृतिक यात्रा - Oct, 2025 स्काई डाइविंग - एक अनुभव - Sep, 2025 18वीं सालगिरह रितु और कुलदीप - Feb, 2025 माता-पिता की शादी की 44वीं सालगिरह - Jun, 2024 मातापिता को किताब समर्पित करना - May, 2024 वृन्दावन - Mar, 2024 2023 शुभ गृहप्रवेश – रक्षाबंधन - Aug, 2023 Jim corbett trip - Jun, 2023 16th Wedding anniversary - Feb, 2023 Father Retirement Speech - Jun, 2022 ☞ More Details 14th Wedding anniversary - Feb, 2021 Keep Moving - Jan, 2021 3rd Birthday Lovyansh - Jun, 2020 ☞ More Details
और पढ़ें
Jul, 2024 - Post
२० सालों की २० सीखें
५ जुलाई २००४, वो समय जब में मैंने अपनी पेशेवर यात्रा शुरू की। ये पिछले 20 वर्ष मेहनत और संतुष्टि से भरे रहे हैं।
जैसे की कहते है “सीखना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है और जब हम सीख को किसी से साझा करते है तो ये और परिपक्व होती है”,
इन दो दशकों में मुझे भी बहुत कुछ सीखने को मिला, मैंने विभिन्न प्रोद्योगिक तकनीकियों में ५० से ज्यादा प्रोजेक्ट्स किये, विभिन्न संगठनों में विविध पृष्ठभूमि के हजारों लोगों के साथ सीधे काम किया। इन्ही अनुभवों से सीख के मेने 120 से अधिक लेख लिखे और जज, वक्ता, पैनलिस्ट, या अतिथि व्याख्याता जैसी भूमिकाओं में 60 से अधिक कार्यक्रमों में भाग लिया। मैंने इन प्रयासों के माध्यम से ५० हजार से अधिक व्यक्तियों को प्रभावित किया होगा।
और पढ़ें
Feb, 2021 - Post
२०२० में इच्छा शक्ति बढ़ाने के कुछ अनुभव
वर्ष 2020 परिवर्तन का वर्ष था, यह कुछ लोगों के लिए दर्दनाक हो सकता है, लेकिन साथ ही इसने हमें जीवन में सबक भी सिखाया है। मैंने इसके बारे में पहले भी लिखा है कि हमें इसे स्वीकार करना होगा, और यह साल याद किया जाएगा हमारे पूरे जीवन में और उसके बाद भी, चाहे हम कुछ भी करें, पर इसका प्रभाव पड़ेगा। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि हम वर्तमान को पूरी तरह से जीएं। यहाँ पढ़े -
और पढ़ें
Jun, 2020 - Post
२०२० - बदलाव का वर्ष
परिवर्तन या बदलाव ही एकमात्र स्थिर है, इसे हम जितना जल्दी स्वीकार करते हैं, उतना ही जल्दी हम भविष्य के लिए तैयार होते हैं। २०२० भी एक बदलाव का वर्ष है, हमे इसे स्वीकार करना होगा और अपनी जीवन शैली को बदल कर भविष्य के लिए तैयार होना होगा।
मैंने पहले भी परिवर्तन यानि बदलाव के बारे में लिखा है, जैसे की
सफल बनने के लिए बदलें एक उद्देश्यपूर्ण और संतुलित जीवन मानव क्षमता को उजागर करना परिवर्तन को स्वीकार करना आज, २० जून २०२०, मेरे छोटे बेटे लव्यांश का तीसरा जन्मदिन है, और जून का महीना वास्तव में बच्चों की स्कूल से छुट्टियां मानाने का समय होता है । भारत में, यह वह समय होता है, जब परिवार बच्चों के साथ छुट्टियां मनाने के लिए जाने की योजना बनाते हैं, और आमतौर पर छुट्टी का स्थान मातृ और पैतृक स्थान होता है, जहां बच्चे अपने दादा-दादी या नाना-नानी के साथ समय बिताते हैं। विशेष रूप से मेरे जैसे लोगो के लिए जिनके बच्चों को केवल इसी दौरान दादा-दादी या नाना नानी के साथ रहने का मौका मिलता है। मेरी पत्नी रितु, जिसने ऑफिस से कुछ समय का ब्रेक लिया है, उसने पिछले साल से ही जून के महीने का आनंद अपने माता पिता के साथ रह कर शुरू किया था, और उसी दौरान मैंने भी फिर अकेले रहने का अनुभव किया :। लेकिन इस Covid19(कोरोना) ने हम सभी को परेशान कर दिया है। न तो मेरी बहनें और उनके बच्चे के साथ यहाँ आ सकी, न ही हम कहीं जा सके। हम इस जन्मदिन को परिवार के साथ नहीं मना सकेंगे, यही सोच के परेशान हो रहे थे।
और पढ़ें
May, 2020 - Post
मानव क्षमता को उजागर करना
Covid19 ने काम करने के तरीके को चुनौती दी है, मैंने अपने कार्यदिवस और काम करने के नए तरीकों की ओर हमारी पारी को कवर करने के लिए अपने पहले के लेख में लिखा है । Covid19 ने हमारे काम करने के तरीके को ही नहीं बल्कि हमारे जीवन को भी प्रभावित किया है। पूरे दिन, हम सुनते रहते हैं कि यह मानवता पर कड़ा प्रहार कर रहा है और इसने हमारे आसपास इतनी नकारात्मकता ला दी है।
और पढ़ें
May, 2020 - Post
अधिक सफल बनने के लिए बदलें!
परिवर्तन एकमात्र स्थिरांक है, इसके लिए मानव जाति से निरंतर प्रयास की आवश्यकता होती है जो उस परिवर्तन को समझे जो सफलता की और लेके जाता है, और हमें और भी अधिक सफल बनाता है। अपने पहले लेख में, मैंने सफलता के मंत्र के बारे में बात की , और आवश्यकता पड़ने पर परिवर्तन को स्वीकार करने के बारे में भी लिखा । कभी-कभी जिस तरह से हम अपनी सफलता का अनुभव करते हैं वह अधिक सफल बनने के लिए अवरोधक बन जाता है। हम सफल होने के रास्ते पर जाने-अनजाने में कुछ आदतें जमा कर लेते हैं, और ज्यादातर हम कभी भी महसूस नहीं करते हैं कि वे आदतें हमारे आगे बढ़ने के रास्ते को अवरुद्ध करना शुरू कर देती हैं।
और पढ़ें
Mar, 2019 - Post
जीवन में उद्देश्य और संतुलन कायम रखें
मैंने अभी-अभी गौड़ गोपाल दास की एक पुस्तक “Life’s Amazing Secrets” समाप्त की है । यह पुस्तक जीवन में संतुलन और उद्देश्य के विषय को अच्छी तरह से शामिल करती है। पुस्तक से कुछ अवधारणाएँ को मैं अपने वर्तमान कंपनी संस्कृति से भी रिलेटेड कर सकता हूँ, जैसे जैसे की कल्टीवेशन एंड कोलैबोरेशन।
मुझे मेरी नयी कंपनी ThoughtWorks ज्वाइन किये 6 महीने से अधिक हो गए है, एक संगठन जो 25 साल से अधिक समय पहले एक सामाजिक प्रयोग के रूप में शुरू हुआ था, और जीवन में 3 स्तंभों को संतुलित करने में विश्वास करता है; स्थिरता, उत्कृष्टता और उद्देश्य। यह संगठन को एक जीवित इकाई के रूप में बनाता है, और जहां कहीं भी जीवन है, उसे परिवर्तनों और चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, यह हम पर है कि हम कैसे बदलते हैं और बदलने की कला को उत्कृष्टता देते हैं।
और पढ़ें
Tag: coming-soon
Nov, 2025 - Post
📕जल्द आ रही है! जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना
जीवन हमें हर पल कुछ न कुछ सिखाता है—लेकिन जब हम ठहरकर उन पलों पर विचार करते हैं, तभी हम वास्तव में आगे बढ़ते हैं। हर किसी के जीवन में चुनौतियाँ होती हैं; कोई भी जीवन समस्याओं से मुक्त नहीं है। हमें हमारी परेशानियाँ परिभाषित नहीं करती, बल्कि उनसे ऊपर उठने की हमारी क्षमता करती है।
आज हम जिन अधिकतर चुनौतियों का सामना करते हैं, वे वही हैं जिनसे हमारी पिछली पीढ़ियाँ भी गुज़री थीं—चाहे वह दैनिक जीवन से जुड़ी हों, रिश्तों से, कमाई-खर्च से, या ज़िम्मेदारियों के प्रबंधन से। हमारे आसपास—घर में, परंपराओं में, और बड़ों की कहानियों में—बहुत-सी जीवन-उपयोगी सीखें पहले से मौजूद हैं। फिर भी आधुनिक जीवन की तेज़ दौड़ में हम अक्सर इस अनमोल मार्गदर्शन को अनदेखा कर देते हैं। विरासतें भुला दी जाती हैं, अनुभव धुंधला जाते हैं, और हर पीढ़ी को फिर से वही समझ दोबारा बनानी पड़ती है—कई बार एक झूठी समृद्धि और उन्नति के भ्रम में।
और पढ़ें
Tag: communication
Jul, 2024 - Post
२० सालों की २० सीखें
५ जुलाई २००४, वो समय जब में मैंने अपनी पेशेवर यात्रा शुरू की। ये पिछले 20 वर्ष मेहनत और संतुष्टि से भरे रहे हैं।
जैसे की कहते है “सीखना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है और जब हम सीख को किसी से साझा करते है तो ये और परिपक्व होती है”,
इन दो दशकों में मुझे भी बहुत कुछ सीखने को मिला, मैंने विभिन्न प्रोद्योगिक तकनीकियों में ५० से ज्यादा प्रोजेक्ट्स किये, विभिन्न संगठनों में विविध पृष्ठभूमि के हजारों लोगों के साथ सीधे काम किया। इन्ही अनुभवों से सीख के मेने 120 से अधिक लेख लिखे और जज, वक्ता, पैनलिस्ट, या अतिथि व्याख्याता जैसी भूमिकाओं में 60 से अधिक कार्यक्रमों में भाग लिया। मैंने इन प्रयासों के माध्यम से ५० हजार से अधिक व्यक्तियों को प्रभावित किया होगा।
और पढ़ें
Tag: consulting
Jul, 2024 - Post
२० सालों की २० सीखें
५ जुलाई २००४, वो समय जब में मैंने अपनी पेशेवर यात्रा शुरू की। ये पिछले 20 वर्ष मेहनत और संतुष्टि से भरे रहे हैं।
जैसे की कहते है “सीखना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है और जब हम सीख को किसी से साझा करते है तो ये और परिपक्व होती है”,
इन दो दशकों में मुझे भी बहुत कुछ सीखने को मिला, मैंने विभिन्न प्रोद्योगिक तकनीकियों में ५० से ज्यादा प्रोजेक्ट्स किये, विभिन्न संगठनों में विविध पृष्ठभूमि के हजारों लोगों के साथ सीधे काम किया। इन्ही अनुभवों से सीख के मेने 120 से अधिक लेख लिखे और जज, वक्ता, पैनलिस्ट, या अतिथि व्याख्याता जैसी भूमिकाओं में 60 से अधिक कार्यक्रमों में भाग लिया। मैंने इन प्रयासों के माध्यम से ५० हजार से अधिक व्यक्तियों को प्रभावित किया होगा।
और पढ़ें
Tag: covid19
Jul, 2024 - Post
२० सालों की २० सीखें
५ जुलाई २००४, वो समय जब में मैंने अपनी पेशेवर यात्रा शुरू की। ये पिछले 20 वर्ष मेहनत और संतुष्टि से भरे रहे हैं।
जैसे की कहते है “सीखना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है और जब हम सीख को किसी से साझा करते है तो ये और परिपक्व होती है”,
इन दो दशकों में मुझे भी बहुत कुछ सीखने को मिला, मैंने विभिन्न प्रोद्योगिक तकनीकियों में ५० से ज्यादा प्रोजेक्ट्स किये, विभिन्न संगठनों में विविध पृष्ठभूमि के हजारों लोगों के साथ सीधे काम किया। इन्ही अनुभवों से सीख के मेने 120 से अधिक लेख लिखे और जज, वक्ता, पैनलिस्ट, या अतिथि व्याख्याता जैसी भूमिकाओं में 60 से अधिक कार्यक्रमों में भाग लिया। मैंने इन प्रयासों के माध्यम से ५० हजार से अधिक व्यक्तियों को प्रभावित किया होगा।
और पढ़ें
Oct, 2022 - Post
पिता की सेवानिवृत्ति पर उनके जीवन से कुछ सबक
मैंने thinkuldeep.com की शुरुआत इस बात को ध्यान में रखते हुए की थी कि हम जीवन की हर परिस्थिति में हर दिन सीखते हैं, चाहे अच्छा हो या बुरा। हमारी सीख साझा करने से परिपक्व होती है, हम इसे दूसरों को देकर हम और अधिक सीखते हैं।
हाल ही में मेरे पिता ने जीवन के 60 वर्ष पुरे किये है, और सरकारी सेवाओं से सेवानिवृत्त हुए हैं। 60 साल काफी बड़ा अनुभव होता है, जिसमें से उन्होंने लगभग 38 साल राजस्थान सरकार की सेवा में बिताए। हम उनके जीवन से बहुत कुछ सीख सकते हैं, खासकर युवा पीढ़ी जो पैसे और पद के पीछे भाग रही है, और हर कुछ वर्षों या महीनों में नौकरी बदलते हैं। रूटीन 9 से 5 जॉब बनाम कॉरपोरेट रेस जो हम दौड़ रहे है, इनमे काफी अंतर है, दोनों का अपना-अपना पक्ष हैं। मुझे नहीं पता की में कभी अपने लिए सेवानिवृत्ति का जश्न मनाऊंगा जैसा कि हमने अपने पिता के सेवानिवृत्ति दिवस के लिए मनाया है। मैंने उनके लिए सेवानिवृत्ति दिवस भाषण में उनके जीवन पर कुछ अपने कुछ विचार साझा किए थे। मैं इस लेख में यहां संक्षेप में उन्ही को साझा कर रहा हूं।
और पढ़ें
Feb, 2021 - Post
२०२० में इच्छा शक्ति बढ़ाने के कुछ अनुभव
वर्ष 2020 परिवर्तन का वर्ष था, यह कुछ लोगों के लिए दर्दनाक हो सकता है, लेकिन साथ ही इसने हमें जीवन में सबक भी सिखाया है। मैंने इसके बारे में पहले भी लिखा है कि हमें इसे स्वीकार करना होगा, और यह साल याद किया जाएगा हमारे पूरे जीवन में और उसके बाद भी, चाहे हम कुछ भी करें, पर इसका प्रभाव पड़ेगा। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि हम वर्तमान को पूरी तरह से जीएं। यहाँ पढ़े -
और पढ़ें
Jun, 2020 - Post
२०२० - बदलाव का वर्ष
परिवर्तन या बदलाव ही एकमात्र स्थिर है, इसे हम जितना जल्दी स्वीकार करते हैं, उतना ही जल्दी हम भविष्य के लिए तैयार होते हैं। २०२० भी एक बदलाव का वर्ष है, हमे इसे स्वीकार करना होगा और अपनी जीवन शैली को बदल कर भविष्य के लिए तैयार होना होगा।
मैंने पहले भी परिवर्तन यानि बदलाव के बारे में लिखा है, जैसे की
सफल बनने के लिए बदलें एक उद्देश्यपूर्ण और संतुलित जीवन मानव क्षमता को उजागर करना परिवर्तन को स्वीकार करना आज, २० जून २०२०, मेरे छोटे बेटे लव्यांश का तीसरा जन्मदिन है, और जून का महीना वास्तव में बच्चों की स्कूल से छुट्टियां मानाने का समय होता है । भारत में, यह वह समय होता है, जब परिवार बच्चों के साथ छुट्टियां मनाने के लिए जाने की योजना बनाते हैं, और आमतौर पर छुट्टी का स्थान मातृ और पैतृक स्थान होता है, जहां बच्चे अपने दादा-दादी या नाना-नानी के साथ समय बिताते हैं। विशेष रूप से मेरे जैसे लोगो के लिए जिनके बच्चों को केवल इसी दौरान दादा-दादी या नाना नानी के साथ रहने का मौका मिलता है। मेरी पत्नी रितु, जिसने ऑफिस से कुछ समय का ब्रेक लिया है, उसने पिछले साल से ही जून के महीने का आनंद अपने माता पिता के साथ रह कर शुरू किया था, और उसी दौरान मैंने भी फिर अकेले रहने का अनुभव किया :। लेकिन इस Covid19(कोरोना) ने हम सभी को परेशान कर दिया है। न तो मेरी बहनें और उनके बच्चे के साथ यहाँ आ सकी, न ही हम कहीं जा सके। हम इस जन्मदिन को परिवार के साथ नहीं मना सकेंगे, यही सोच के परेशान हो रहे थे।
और पढ़ें
May, 2020 - Post
मानव क्षमता को उजागर करना
Covid19 ने काम करने के तरीके को चुनौती दी है, मैंने अपने कार्यदिवस और काम करने के नए तरीकों की ओर हमारी पारी को कवर करने के लिए अपने पहले के लेख में लिखा है । Covid19 ने हमारे काम करने के तरीके को ही नहीं बल्कि हमारे जीवन को भी प्रभावित किया है। पूरे दिन, हम सुनते रहते हैं कि यह मानवता पर कड़ा प्रहार कर रहा है और इसने हमारे आसपास इतनी नकारात्मकता ला दी है।
और पढ़ें
May, 2020 - Post
अधिक सफल बनने के लिए बदलें!
परिवर्तन एकमात्र स्थिरांक है, इसके लिए मानव जाति से निरंतर प्रयास की आवश्यकता होती है जो उस परिवर्तन को समझे जो सफलता की और लेके जाता है, और हमें और भी अधिक सफल बनाता है। अपने पहले लेख में, मैंने सफलता के मंत्र के बारे में बात की , और आवश्यकता पड़ने पर परिवर्तन को स्वीकार करने के बारे में भी लिखा । कभी-कभी जिस तरह से हम अपनी सफलता का अनुभव करते हैं वह अधिक सफल बनने के लिए अवरोधक बन जाता है। हम सफल होने के रास्ते पर जाने-अनजाने में कुछ आदतें जमा कर लेते हैं, और ज्यादातर हम कभी भी महसूस नहीं करते हैं कि वे आदतें हमारे आगे बढ़ने के रास्ते को अवरुद्ध करना शुरू कर देती हैं।
और पढ़ें
Tag: director
Nov, 2025 - About
मेरे बारे में जाने
📨 संपर्क 📃 मेरा रिज्यूमे 🎗️ सामाजिक सहयोग 🛟 मेरे जीवन मंत्र 🗣️ अनुशंसा 🐦🔥️ मेरे अविष्कार 📚️ मेरी पुस्तकें 🏆️ मेरे पुरुष्कार
👉 कुछ शब्द! कुलदीप ने व्यवसायों के विकास में आधुनिक तकनिकी की मुख्य भूमिका में दर्शाते हुए अपना करियर बनाया है। उन्होंने नई प्रौद्योगिकियों में महारत हासिल कर कई उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किये।
कुलदीप ने विभिन्न क्षेत्रों में काम किया, और कई समाधान निकाले जो प्रभावशीलता और दक्षता को प्रभावित करते हैं। कुलदीप सीएक्सओ सर्कल के भीतर स्मार्ट ग्लास, आईओटी, ब्लॉकचेन और एआरवीआर प्रौद्योगिकियों का उपयोग करके कनेक्टेड वर्कर, इंस्टॉलेशन असिस्टेंट, रिमोट एक्सपर्ट, इनडोर पोजिशनिंग और डिजिटल ट्विन जैसी अवधारणाओं को प्रचारित करने में भी समय लगाते हैं। उन्होंने अनुमान, पूर्वानुमान और अनुकूलन में कई जटिल डेटा परियोजनाओं का नेतृत्व किया है और अत्यधिक स्केलेबल, क्लाउड-नेटिव और माइक्रोसर्विसेज आधारित आर्किटेक्चर भी डिजाइन किए हैं।
और पढ़ें
Tag: engineering
Nov, 2025 - About
मेरे बारे में जाने
📨 संपर्क 📃 मेरा रिज्यूमे 🎗️ सामाजिक सहयोग 🛟 मेरे जीवन मंत्र 🗣️ अनुशंसा 🐦🔥️ मेरे अविष्कार 📚️ मेरी पुस्तकें 🏆️ मेरे पुरुष्कार
👉 कुछ शब्द! कुलदीप ने व्यवसायों के विकास में आधुनिक तकनिकी की मुख्य भूमिका में दर्शाते हुए अपना करियर बनाया है। उन्होंने नई प्रौद्योगिकियों में महारत हासिल कर कई उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किये।
कुलदीप ने विभिन्न क्षेत्रों में काम किया, और कई समाधान निकाले जो प्रभावशीलता और दक्षता को प्रभावित करते हैं। कुलदीप सीएक्सओ सर्कल के भीतर स्मार्ट ग्लास, आईओटी, ब्लॉकचेन और एआरवीआर प्रौद्योगिकियों का उपयोग करके कनेक्टेड वर्कर, इंस्टॉलेशन असिस्टेंट, रिमोट एक्सपर्ट, इनडोर पोजिशनिंग और डिजिटल ट्विन जैसी अवधारणाओं को प्रचारित करने में भी समय लगाते हैं। उन्होंने अनुमान, पूर्वानुमान और अनुकूलन में कई जटिल डेटा परियोजनाओं का नेतृत्व किया है और अत्यधिक स्केलेबल, क्लाउड-नेटिव और माइक्रोसर्विसेज आधारित आर्किटेक्चर भी डिजाइन किए हैं।
और पढ़ें
Tag: event
Dec, 2025 - Post
📕उपलब्ध है! जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना
📕 जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना एक भावनात्मक और प्रेरणादायक पुस्तक है, जो श्री जग्गूराम जैसे दूरदर्शी, सरल और गहन विचारों वाले व्यक्तित्व के जीवन-सार को संजोती है। उनके आशीर्वाद, मूल्यों और जीवन-दृष्टि ने कई पीढ़ियों को आकार दिया है, और आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं।
मैंने अपने बचपन की स्मृतियों को मिलाकर इस महान व्यक्तित्व की सीखों को दस अध्यायों में समाहित किया है। इन अध्यायों में जीवन की असली विरासत, जिम्मेदारियों का महत्व, उतार-चढ़ाव से जूझने की शक्ति, हुनर का मूल्य, छिपी क्षमताएँ, पारिवारिक जुड़ाव, संघर्ष समाधान, अनुशासन, कर्म की शक्ति और उच्च मूल्यों के साथ जीवन के समापन जैसी महत्वपूर्ण बातों को सरल, प्रेरक तरीके से प्रस्तुत किया गया है।
और पढ़ें
Nov, 2025 - Post
📕जल्द आ रही है! जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना
जीवन हमें हर पल कुछ न कुछ सिखाता है—लेकिन जब हम ठहरकर उन पलों पर विचार करते हैं, तभी हम वास्तव में आगे बढ़ते हैं। हर किसी के जीवन में चुनौतियाँ होती हैं; कोई भी जीवन समस्याओं से मुक्त नहीं है। हमें हमारी परेशानियाँ परिभाषित नहीं करती, बल्कि उनसे ऊपर उठने की हमारी क्षमता करती है।
आज हम जिन अधिकतर चुनौतियों का सामना करते हैं, वे वही हैं जिनसे हमारी पिछली पीढ़ियाँ भी गुज़री थीं—चाहे वह दैनिक जीवन से जुड़ी हों, रिश्तों से, कमाई-खर्च से, या ज़िम्मेदारियों के प्रबंधन से। हमारे आसपास—घर में, परंपराओं में, और बड़ों की कहानियों में—बहुत-सी जीवन-उपयोगी सीखें पहले से मौजूद हैं। फिर भी आधुनिक जीवन की तेज़ दौड़ में हम अक्सर इस अनमोल मार्गदर्शन को अनदेखा कर देते हैं। विरासतें भुला दी जाती हैं, अनुभव धुंधला जाते हैं, और हर पीढ़ी को फिर से वही समझ दोबारा बनानी पड़ती है—कई बार एक झूठी समृद्धि और उन्नति के भ्रम में।
और पढ़ें
Tag: experience
Dec, 2025 - Post
📕उपलब्ध है! जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना
📕 जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना एक भावनात्मक और प्रेरणादायक पुस्तक है, जो श्री जग्गूराम जैसे दूरदर्शी, सरल और गहन विचारों वाले व्यक्तित्व के जीवन-सार को संजोती है। उनके आशीर्वाद, मूल्यों और जीवन-दृष्टि ने कई पीढ़ियों को आकार दिया है, और आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं।
मैंने अपने बचपन की स्मृतियों को मिलाकर इस महान व्यक्तित्व की सीखों को दस अध्यायों में समाहित किया है। इन अध्यायों में जीवन की असली विरासत, जिम्मेदारियों का महत्व, उतार-चढ़ाव से जूझने की शक्ति, हुनर का मूल्य, छिपी क्षमताएँ, पारिवारिक जुड़ाव, संघर्ष समाधान, अनुशासन, कर्म की शक्ति और उच्च मूल्यों के साथ जीवन के समापन जैसी महत्वपूर्ण बातों को सरल, प्रेरक तरीके से प्रस्तुत किया गया है।
और पढ़ें
Oct, 2025 - Post
कितना छोटा या कितना बड़ा है जीवन?
कुछ व्यस्त महीनों के बाद, मैं हाल ही में अपने परिवार के साथ एक कैंपिंग साइट पर गया — प्रकृति के करीब होना वाकई एक ताज़गी भरा अनुभव था। इस यात्रा का आयोजन कैंप गोपिका ने किया था और एस्ट्रोस्टॉप ने हमारे प्रवास को एक अनोखा अनुभव दिया।
शांत वातावरण ने मुझे जीवन पर चिंतन करने और अपनी आगामी पुस्तक 📕 “जगजीवन – जीवन से बढ़कर जीना” के अंतिम रूप पर काम करने का समय दिया, जो मेरे परनाना की कहानी और उनके इस विश्वास को बताती है कि सीखने और आत्मनिरीक्षण के लिए यात्रा आवश्यक है।
और पढ़ें
Sep, 2025 - About
कुछ पल
कितना छोटा या कितना बड़ा - एक प्राकृतिक यात्रा - Oct, 2025 स्काई डाइविंग - एक अनुभव - Sep, 2025 18वीं सालगिरह रितु और कुलदीप - Feb, 2025 माता-पिता की शादी की 44वीं सालगिरह - Jun, 2024 मातापिता को किताब समर्पित करना - May, 2024 वृन्दावन - Mar, 2024 2023 शुभ गृहप्रवेश – रक्षाबंधन - Aug, 2023 Jim corbett trip - Jun, 2023 16th Wedding anniversary - Feb, 2023 Father Retirement Speech - Jun, 2022 ☞ More Details 14th Wedding anniversary - Feb, 2021 Keep Moving - Jan, 2021 3rd Birthday Lovyansh - Jun, 2020 ☞ More Details
और पढ़ें
Oct, 2022 - Post
पिता की सेवानिवृत्ति पर उनके जीवन से कुछ सबक
मैंने thinkuldeep.com की शुरुआत इस बात को ध्यान में रखते हुए की थी कि हम जीवन की हर परिस्थिति में हर दिन सीखते हैं, चाहे अच्छा हो या बुरा। हमारी सीख साझा करने से परिपक्व होती है, हम इसे दूसरों को देकर हम और अधिक सीखते हैं।
हाल ही में मेरे पिता ने जीवन के 60 वर्ष पुरे किये है, और सरकारी सेवाओं से सेवानिवृत्त हुए हैं। 60 साल काफी बड़ा अनुभव होता है, जिसमें से उन्होंने लगभग 38 साल राजस्थान सरकार की सेवा में बिताए। हम उनके जीवन से बहुत कुछ सीख सकते हैं, खासकर युवा पीढ़ी जो पैसे और पद के पीछे भाग रही है, और हर कुछ वर्षों या महीनों में नौकरी बदलते हैं। रूटीन 9 से 5 जॉब बनाम कॉरपोरेट रेस जो हम दौड़ रहे है, इनमे काफी अंतर है, दोनों का अपना-अपना पक्ष हैं। मुझे नहीं पता की में कभी अपने लिए सेवानिवृत्ति का जश्न मनाऊंगा जैसा कि हमने अपने पिता के सेवानिवृत्ति दिवस के लिए मनाया है। मैंने उनके लिए सेवानिवृत्ति दिवस भाषण में उनके जीवन पर कुछ अपने कुछ विचार साझा किए थे। मैं इस लेख में यहां संक्षेप में उन्ही को साझा कर रहा हूं।
और पढ़ें
Tag: facebook
Nov, 2025 - Post
📕जल्द आ रही है! जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना
जीवन हमें हर पल कुछ न कुछ सिखाता है—लेकिन जब हम ठहरकर उन पलों पर विचार करते हैं, तभी हम वास्तव में आगे बढ़ते हैं। हर किसी के जीवन में चुनौतियाँ होती हैं; कोई भी जीवन समस्याओं से मुक्त नहीं है। हमें हमारी परेशानियाँ परिभाषित नहीं करती, बल्कि उनसे ऊपर उठने की हमारी क्षमता करती है।
आज हम जिन अधिकतर चुनौतियों का सामना करते हैं, वे वही हैं जिनसे हमारी पिछली पीढ़ियाँ भी गुज़री थीं—चाहे वह दैनिक जीवन से जुड़ी हों, रिश्तों से, कमाई-खर्च से, या ज़िम्मेदारियों के प्रबंधन से। हमारे आसपास—घर में, परंपराओं में, और बड़ों की कहानियों में—बहुत-सी जीवन-उपयोगी सीखें पहले से मौजूद हैं। फिर भी आधुनिक जीवन की तेज़ दौड़ में हम अक्सर इस अनमोल मार्गदर्शन को अनदेखा कर देते हैं। विरासतें भुला दी जाती हैं, अनुभव धुंधला जाते हैं, और हर पीढ़ी को फिर से वही समझ दोबारा बनानी पड़ती है—कई बार एक झूठी समृद्धि और उन्नति के भ्रम में।
और पढ़ें
Tag: general
Oct, 2025 - Post
कितना छोटा या कितना बड़ा है जीवन?
कुछ व्यस्त महीनों के बाद, मैं हाल ही में अपने परिवार के साथ एक कैंपिंग साइट पर गया — प्रकृति के करीब होना वाकई एक ताज़गी भरा अनुभव था। इस यात्रा का आयोजन कैंप गोपिका ने किया था और एस्ट्रोस्टॉप ने हमारे प्रवास को एक अनोखा अनुभव दिया।
शांत वातावरण ने मुझे जीवन पर चिंतन करने और अपनी आगामी पुस्तक 📕 “जगजीवन – जीवन से बढ़कर जीना” के अंतिम रूप पर काम करने का समय दिया, जो मेरे परनाना की कहानी और उनके इस विश्वास को बताती है कि सीखने और आत्मनिरीक्षण के लिए यात्रा आवश्यक है।
और पढ़ें
Jul, 2024 - Post
२० सालों की २० सीखें
५ जुलाई २००४, वो समय जब में मैंने अपनी पेशेवर यात्रा शुरू की। ये पिछले 20 वर्ष मेहनत और संतुष्टि से भरे रहे हैं।
जैसे की कहते है “सीखना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है और जब हम सीख को किसी से साझा करते है तो ये और परिपक्व होती है”,
इन दो दशकों में मुझे भी बहुत कुछ सीखने को मिला, मैंने विभिन्न प्रोद्योगिक तकनीकियों में ५० से ज्यादा प्रोजेक्ट्स किये, विभिन्न संगठनों में विविध पृष्ठभूमि के हजारों लोगों के साथ सीधे काम किया। इन्ही अनुभवों से सीख के मेने 120 से अधिक लेख लिखे और जज, वक्ता, पैनलिस्ट, या अतिथि व्याख्याता जैसी भूमिकाओं में 60 से अधिक कार्यक्रमों में भाग लिया। मैंने इन प्रयासों के माध्यम से ५० हजार से अधिक व्यक्तियों को प्रभावित किया होगा।
और पढ़ें
Oct, 2022 - Post
पिता की सेवानिवृत्ति पर उनके जीवन से कुछ सबक
मैंने thinkuldeep.com की शुरुआत इस बात को ध्यान में रखते हुए की थी कि हम जीवन की हर परिस्थिति में हर दिन सीखते हैं, चाहे अच्छा हो या बुरा। हमारी सीख साझा करने से परिपक्व होती है, हम इसे दूसरों को देकर हम और अधिक सीखते हैं।
हाल ही में मेरे पिता ने जीवन के 60 वर्ष पुरे किये है, और सरकारी सेवाओं से सेवानिवृत्त हुए हैं। 60 साल काफी बड़ा अनुभव होता है, जिसमें से उन्होंने लगभग 38 साल राजस्थान सरकार की सेवा में बिताए। हम उनके जीवन से बहुत कुछ सीख सकते हैं, खासकर युवा पीढ़ी जो पैसे और पद के पीछे भाग रही है, और हर कुछ वर्षों या महीनों में नौकरी बदलते हैं। रूटीन 9 से 5 जॉब बनाम कॉरपोरेट रेस जो हम दौड़ रहे है, इनमे काफी अंतर है, दोनों का अपना-अपना पक्ष हैं। मुझे नहीं पता की में कभी अपने लिए सेवानिवृत्ति का जश्न मनाऊंगा जैसा कि हमने अपने पिता के सेवानिवृत्ति दिवस के लिए मनाया है। मैंने उनके लिए सेवानिवृत्ति दिवस भाषण में उनके जीवन पर कुछ अपने कुछ विचार साझा किए थे। मैं इस लेख में यहां संक्षेप में उन्ही को साझा कर रहा हूं।
और पढ़ें
Jun, 2020 - Post
२०२० - बदलाव का वर्ष
परिवर्तन या बदलाव ही एकमात्र स्थिर है, इसे हम जितना जल्दी स्वीकार करते हैं, उतना ही जल्दी हम भविष्य के लिए तैयार होते हैं। २०२० भी एक बदलाव का वर्ष है, हमे इसे स्वीकार करना होगा और अपनी जीवन शैली को बदल कर भविष्य के लिए तैयार होना होगा।
मैंने पहले भी परिवर्तन यानि बदलाव के बारे में लिखा है, जैसे की
सफल बनने के लिए बदलें एक उद्देश्यपूर्ण और संतुलित जीवन मानव क्षमता को उजागर करना परिवर्तन को स्वीकार करना आज, २० जून २०२०, मेरे छोटे बेटे लव्यांश का तीसरा जन्मदिन है, और जून का महीना वास्तव में बच्चों की स्कूल से छुट्टियां मानाने का समय होता है । भारत में, यह वह समय होता है, जब परिवार बच्चों के साथ छुट्टियां मनाने के लिए जाने की योजना बनाते हैं, और आमतौर पर छुट्टी का स्थान मातृ और पैतृक स्थान होता है, जहां बच्चे अपने दादा-दादी या नाना-नानी के साथ समय बिताते हैं। विशेष रूप से मेरे जैसे लोगो के लिए जिनके बच्चों को केवल इसी दौरान दादा-दादी या नाना नानी के साथ रहने का मौका मिलता है। मेरी पत्नी रितु, जिसने ऑफिस से कुछ समय का ब्रेक लिया है, उसने पिछले साल से ही जून के महीने का आनंद अपने माता पिता के साथ रह कर शुरू किया था, और उसी दौरान मैंने भी फिर अकेले रहने का अनुभव किया :। लेकिन इस Covid19(कोरोना) ने हम सभी को परेशान कर दिया है। न तो मेरी बहनें और उनके बच्चे के साथ यहाँ आ सकी, न ही हम कहीं जा सके। हम इस जन्मदिन को परिवार के साथ नहीं मना सकेंगे, यही सोच के परेशान हो रहे थे।
और पढ़ें
May, 2020 - Post
मानव क्षमता को उजागर करना
Covid19 ने काम करने के तरीके को चुनौती दी है, मैंने अपने कार्यदिवस और काम करने के नए तरीकों की ओर हमारी पारी को कवर करने के लिए अपने पहले के लेख में लिखा है । Covid19 ने हमारे काम करने के तरीके को ही नहीं बल्कि हमारे जीवन को भी प्रभावित किया है। पूरे दिन, हम सुनते रहते हैं कि यह मानवता पर कड़ा प्रहार कर रहा है और इसने हमारे आसपास इतनी नकारात्मकता ला दी है।
और पढ़ें
May, 2020 - Post
अधिक सफल बनने के लिए बदलें!
परिवर्तन एकमात्र स्थिरांक है, इसके लिए मानव जाति से निरंतर प्रयास की आवश्यकता होती है जो उस परिवर्तन को समझे जो सफलता की और लेके जाता है, और हमें और भी अधिक सफल बनाता है। अपने पहले लेख में, मैंने सफलता के मंत्र के बारे में बात की , और आवश्यकता पड़ने पर परिवर्तन को स्वीकार करने के बारे में भी लिखा । कभी-कभी जिस तरह से हम अपनी सफलता का अनुभव करते हैं वह अधिक सफल बनने के लिए अवरोधक बन जाता है। हम सफल होने के रास्ते पर जाने-अनजाने में कुछ आदतें जमा कर लेते हैं, और ज्यादातर हम कभी भी महसूस नहीं करते हैं कि वे आदतें हमारे आगे बढ़ने के रास्ते को अवरुद्ध करना शुरू कर देती हैं।
और पढ़ें
Tag: habit
Jul, 2024 - Post
२० सालों की २० सीखें
५ जुलाई २००४, वो समय जब में मैंने अपनी पेशेवर यात्रा शुरू की। ये पिछले 20 वर्ष मेहनत और संतुष्टि से भरे रहे हैं।
जैसे की कहते है “सीखना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है और जब हम सीख को किसी से साझा करते है तो ये और परिपक्व होती है”,
इन दो दशकों में मुझे भी बहुत कुछ सीखने को मिला, मैंने विभिन्न प्रोद्योगिक तकनीकियों में ५० से ज्यादा प्रोजेक्ट्स किये, विभिन्न संगठनों में विविध पृष्ठभूमि के हजारों लोगों के साथ सीधे काम किया। इन्ही अनुभवों से सीख के मेने 120 से अधिक लेख लिखे और जज, वक्ता, पैनलिस्ट, या अतिथि व्याख्याता जैसी भूमिकाओं में 60 से अधिक कार्यक्रमों में भाग लिया। मैंने इन प्रयासों के माध्यम से ५० हजार से अधिक व्यक्तियों को प्रभावित किया होगा।
और पढ़ें
Tag: impact
Jul, 2024 - Post
२० सालों की २० सीखें
५ जुलाई २००४, वो समय जब में मैंने अपनी पेशेवर यात्रा शुरू की। ये पिछले 20 वर्ष मेहनत और संतुष्टि से भरे रहे हैं।
जैसे की कहते है “सीखना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है और जब हम सीख को किसी से साझा करते है तो ये और परिपक्व होती है”,
इन दो दशकों में मुझे भी बहुत कुछ सीखने को मिला, मैंने विभिन्न प्रोद्योगिक तकनीकियों में ५० से ज्यादा प्रोजेक्ट्स किये, विभिन्न संगठनों में विविध पृष्ठभूमि के हजारों लोगों के साथ सीधे काम किया। इन्ही अनुभवों से सीख के मेने 120 से अधिक लेख लिखे और जज, वक्ता, पैनलिस्ट, या अतिथि व्याख्याता जैसी भूमिकाओं में 60 से अधिक कार्यक्रमों में भाग लिया। मैंने इन प्रयासों के माध्यम से ५० हजार से अधिक व्यक्तियों को प्रभावित किया होगा।
और पढ़ें
Oct, 2022 - Post
पिता की सेवानिवृत्ति पर उनके जीवन से कुछ सबक
मैंने thinkuldeep.com की शुरुआत इस बात को ध्यान में रखते हुए की थी कि हम जीवन की हर परिस्थिति में हर दिन सीखते हैं, चाहे अच्छा हो या बुरा। हमारी सीख साझा करने से परिपक्व होती है, हम इसे दूसरों को देकर हम और अधिक सीखते हैं।
हाल ही में मेरे पिता ने जीवन के 60 वर्ष पुरे किये है, और सरकारी सेवाओं से सेवानिवृत्त हुए हैं। 60 साल काफी बड़ा अनुभव होता है, जिसमें से उन्होंने लगभग 38 साल राजस्थान सरकार की सेवा में बिताए। हम उनके जीवन से बहुत कुछ सीख सकते हैं, खासकर युवा पीढ़ी जो पैसे और पद के पीछे भाग रही है, और हर कुछ वर्षों या महीनों में नौकरी बदलते हैं। रूटीन 9 से 5 जॉब बनाम कॉरपोरेट रेस जो हम दौड़ रहे है, इनमे काफी अंतर है, दोनों का अपना-अपना पक्ष हैं। मुझे नहीं पता की में कभी अपने लिए सेवानिवृत्ति का जश्न मनाऊंगा जैसा कि हमने अपने पिता के सेवानिवृत्ति दिवस के लिए मनाया है। मैंने उनके लिए सेवानिवृत्ति दिवस भाषण में उनके जीवन पर कुछ अपने कुछ विचार साझा किए थे। मैं इस लेख में यहां संक्षेप में उन्ही को साझा कर रहा हूं।
और पढ़ें
Tag: inspirational
Dec, 2025 - Post
📕उपलब्ध है! जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना
📕 जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना एक भावनात्मक और प्रेरणादायक पुस्तक है, जो श्री जग्गूराम जैसे दूरदर्शी, सरल और गहन विचारों वाले व्यक्तित्व के जीवन-सार को संजोती है। उनके आशीर्वाद, मूल्यों और जीवन-दृष्टि ने कई पीढ़ियों को आकार दिया है, और आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं।
मैंने अपने बचपन की स्मृतियों को मिलाकर इस महान व्यक्तित्व की सीखों को दस अध्यायों में समाहित किया है। इन अध्यायों में जीवन की असली विरासत, जिम्मेदारियों का महत्व, उतार-चढ़ाव से जूझने की शक्ति, हुनर का मूल्य, छिपी क्षमताएँ, पारिवारिक जुड़ाव, संघर्ष समाधान, अनुशासन, कर्म की शक्ति और उच्च मूल्यों के साथ जीवन के समापन जैसी महत्वपूर्ण बातों को सरल, प्रेरक तरीके से प्रस्तुत किया गया है।
और पढ़ें
Nov, 2025 - About
पुस्तकें
📕 जगजीवन जीवन से बढ़कर जीना 📕 जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना एक भावनात्मक और प्रेरणादायक पुस्तक है, जो श्री जग्गूराम जैसे दूरदर्शी, सरल और गहन विचारों वाले व्यक्तित्व के जीवन-सार को संजोती है। उनके आशीर्वाद, मूल्यों और जीवन-दृष्टि ने कई पीढ़ियों को आकार दिया है, और आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं।
लेखक ने अपने बचपन की स्मृतियों को मिलाकर इस महान व्यक्तित्व की सीखों को दस अध्यायों में समाहित किया है। इन अध्यायों में जीवन की असली विरासत, जिम्मेदारियों का महत्व, उतार-चढ़ाव से जूझने की शक्ति, हुनर का मूल्य, छिपी क्षमताएँ, पारिवारिक जुड़ाव, संघर्ष समाधान, अनुशासन, कर्म की शक्ति और उच्च मूल्यों के साथ जीवन के समापन जैसी महत्वपूर्ण बातों को सरल, प्रेरक तरीके से प्रस्तुत किया गया है।
और पढ़ें
Tag: iot
Nov, 2025 - Post
📕जल्द आ रही है! जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना
जीवन हमें हर पल कुछ न कुछ सिखाता है—लेकिन जब हम ठहरकर उन पलों पर विचार करते हैं, तभी हम वास्तव में आगे बढ़ते हैं। हर किसी के जीवन में चुनौतियाँ होती हैं; कोई भी जीवन समस्याओं से मुक्त नहीं है। हमें हमारी परेशानियाँ परिभाषित नहीं करती, बल्कि उनसे ऊपर उठने की हमारी क्षमता करती है।
आज हम जिन अधिकतर चुनौतियों का सामना करते हैं, वे वही हैं जिनसे हमारी पिछली पीढ़ियाँ भी गुज़री थीं—चाहे वह दैनिक जीवन से जुड़ी हों, रिश्तों से, कमाई-खर्च से, या ज़िम्मेदारियों के प्रबंधन से। हमारे आसपास—घर में, परंपराओं में, और बड़ों की कहानियों में—बहुत-सी जीवन-उपयोगी सीखें पहले से मौजूद हैं। फिर भी आधुनिक जीवन की तेज़ दौड़ में हम अक्सर इस अनमोल मार्गदर्शन को अनदेखा कर देते हैं। विरासतें भुला दी जाती हैं, अनुभव धुंधला जाते हैं, और हर पीढ़ी को फिर से वही समझ दोबारा बनानी पड़ती है—कई बार एक झूठी समृद्धि और उन्नति के भ्रम में।
और पढ़ें
Tag: jagjeevan
Dec, 2025 - Post
📕उपलब्ध है! जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना
📕 जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना एक भावनात्मक और प्रेरणादायक पुस्तक है, जो श्री जग्गूराम जैसे दूरदर्शी, सरल और गहन विचारों वाले व्यक्तित्व के जीवन-सार को संजोती है। उनके आशीर्वाद, मूल्यों और जीवन-दृष्टि ने कई पीढ़ियों को आकार दिया है, और आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं।
मैंने अपने बचपन की स्मृतियों को मिलाकर इस महान व्यक्तित्व की सीखों को दस अध्यायों में समाहित किया है। इन अध्यायों में जीवन की असली विरासत, जिम्मेदारियों का महत्व, उतार-चढ़ाव से जूझने की शक्ति, हुनर का मूल्य, छिपी क्षमताएँ, पारिवारिक जुड़ाव, संघर्ष समाधान, अनुशासन, कर्म की शक्ति और उच्च मूल्यों के साथ जीवन के समापन जैसी महत्वपूर्ण बातों को सरल, प्रेरक तरीके से प्रस्तुत किया गया है।
और पढ़ें
Nov, 2025 - About
पुस्तकें
📕 जगजीवन जीवन से बढ़कर जीना 📕 जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना एक भावनात्मक और प्रेरणादायक पुस्तक है, जो श्री जग्गूराम जैसे दूरदर्शी, सरल और गहन विचारों वाले व्यक्तित्व के जीवन-सार को संजोती है। उनके आशीर्वाद, मूल्यों और जीवन-दृष्टि ने कई पीढ़ियों को आकार दिया है, और आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं।
लेखक ने अपने बचपन की स्मृतियों को मिलाकर इस महान व्यक्तित्व की सीखों को दस अध्यायों में समाहित किया है। इन अध्यायों में जीवन की असली विरासत, जिम्मेदारियों का महत्व, उतार-चढ़ाव से जूझने की शक्ति, हुनर का मूल्य, छिपी क्षमताएँ, पारिवारिक जुड़ाव, संघर्ष समाधान, अनुशासन, कर्म की शक्ति और उच्च मूल्यों के साथ जीवन के समापन जैसी महत्वपूर्ण बातों को सरल, प्रेरक तरीके से प्रस्तुत किया गया है।
और पढ़ें
Oct, 2025 - Post
कितना छोटा या कितना बड़ा है जीवन?
कुछ व्यस्त महीनों के बाद, मैं हाल ही में अपने परिवार के साथ एक कैंपिंग साइट पर गया — प्रकृति के करीब होना वाकई एक ताज़गी भरा अनुभव था। इस यात्रा का आयोजन कैंप गोपिका ने किया था और एस्ट्रोस्टॉप ने हमारे प्रवास को एक अनोखा अनुभव दिया।
शांत वातावरण ने मुझे जीवन पर चिंतन करने और अपनी आगामी पुस्तक 📕 “जगजीवन – जीवन से बढ़कर जीना” के अंतिम रूप पर काम करने का समय दिया, जो मेरे परनाना की कहानी और उनके इस विश्वास को बताती है कि सीखने और आत्मनिरीक्षण के लिए यात्रा आवश्यक है।
और पढ़ें
Tag: java
Jul, 2024 - Post
२० सालों की २० सीखें
५ जुलाई २००४, वो समय जब में मैंने अपनी पेशेवर यात्रा शुरू की। ये पिछले 20 वर्ष मेहनत और संतुष्टि से भरे रहे हैं।
जैसे की कहते है “सीखना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है और जब हम सीख को किसी से साझा करते है तो ये और परिपक्व होती है”,
इन दो दशकों में मुझे भी बहुत कुछ सीखने को मिला, मैंने विभिन्न प्रोद्योगिक तकनीकियों में ५० से ज्यादा प्रोजेक्ट्स किये, विभिन्न संगठनों में विविध पृष्ठभूमि के हजारों लोगों के साथ सीधे काम किया। इन्ही अनुभवों से सीख के मेने 120 से अधिक लेख लिखे और जज, वक्ता, पैनलिस्ट, या अतिथि व्याख्याता जैसी भूमिकाओं में 60 से अधिक कार्यक्रमों में भाग लिया। मैंने इन प्रयासों के माध्यम से ५० हजार से अधिक व्यक्तियों को प्रभावित किया होगा।
और पढ़ें
Tag: javaone
Jul, 2024 - Post
२० सालों की २० सीखें
५ जुलाई २००४, वो समय जब में मैंने अपनी पेशेवर यात्रा शुरू की। ये पिछले 20 वर्ष मेहनत और संतुष्टि से भरे रहे हैं।
जैसे की कहते है “सीखना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है और जब हम सीख को किसी से साझा करते है तो ये और परिपक्व होती है”,
इन दो दशकों में मुझे भी बहुत कुछ सीखने को मिला, मैंने विभिन्न प्रोद्योगिक तकनीकियों में ५० से ज्यादा प्रोजेक्ट्स किये, विभिन्न संगठनों में विविध पृष्ठभूमि के हजारों लोगों के साथ सीधे काम किया। इन्ही अनुभवों से सीख के मेने 120 से अधिक लेख लिखे और जज, वक्ता, पैनलिस्ट, या अतिथि व्याख्याता जैसी भूमिकाओं में 60 से अधिक कार्यक्रमों में भाग लिया। मैंने इन प्रयासों के माध्यम से ५० हजार से अधिक व्यक्तियों को प्रभावित किया होगा।
और पढ़ें
Tag: leader
Nov, 2025 - About
मेरे बारे में जाने
📨 संपर्क 📃 मेरा रिज्यूमे 🎗️ सामाजिक सहयोग 🛟 मेरे जीवन मंत्र 🗣️ अनुशंसा 🐦🔥️ मेरे अविष्कार 📚️ मेरी पुस्तकें 🏆️ मेरे पुरुष्कार
👉 कुछ शब्द! कुलदीप ने व्यवसायों के विकास में आधुनिक तकनिकी की मुख्य भूमिका में दर्शाते हुए अपना करियर बनाया है। उन्होंने नई प्रौद्योगिकियों में महारत हासिल कर कई उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किये।
कुलदीप ने विभिन्न क्षेत्रों में काम किया, और कई समाधान निकाले जो प्रभावशीलता और दक्षता को प्रभावित करते हैं। कुलदीप सीएक्सओ सर्कल के भीतर स्मार्ट ग्लास, आईओटी, ब्लॉकचेन और एआरवीआर प्रौद्योगिकियों का उपयोग करके कनेक्टेड वर्कर, इंस्टॉलेशन असिस्टेंट, रिमोट एक्सपर्ट, इनडोर पोजिशनिंग और डिजिटल ट्विन जैसी अवधारणाओं को प्रचारित करने में भी समय लगाते हैं। उन्होंने अनुमान, पूर्वानुमान और अनुकूलन में कई जटिल डेटा परियोजनाओं का नेतृत्व किया है और अत्यधिक स्केलेबल, क्लाउड-नेटिव और माइक्रोसर्विसेज आधारित आर्किटेक्चर भी डिजाइन किए हैं।
और पढ़ें
Tag: leadership
Jul, 2024 - Post
२० सालों की २० सीखें
५ जुलाई २००४, वो समय जब में मैंने अपनी पेशेवर यात्रा शुरू की। ये पिछले 20 वर्ष मेहनत और संतुष्टि से भरे रहे हैं।
जैसे की कहते है “सीखना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है और जब हम सीख को किसी से साझा करते है तो ये और परिपक्व होती है”,
इन दो दशकों में मुझे भी बहुत कुछ सीखने को मिला, मैंने विभिन्न प्रोद्योगिक तकनीकियों में ५० से ज्यादा प्रोजेक्ट्स किये, विभिन्न संगठनों में विविध पृष्ठभूमि के हजारों लोगों के साथ सीधे काम किया। इन्ही अनुभवों से सीख के मेने 120 से अधिक लेख लिखे और जज, वक्ता, पैनलिस्ट, या अतिथि व्याख्याता जैसी भूमिकाओं में 60 से अधिक कार्यक्रमों में भाग लिया। मैंने इन प्रयासों के माध्यम से ५० हजार से अधिक व्यक्तियों को प्रभावित किया होगा।
और पढ़ें
Tag: learning
Dec, 2025 - Post
📕उपलब्ध है! जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना
📕 जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना एक भावनात्मक और प्रेरणादायक पुस्तक है, जो श्री जग्गूराम जैसे दूरदर्शी, सरल और गहन विचारों वाले व्यक्तित्व के जीवन-सार को संजोती है। उनके आशीर्वाद, मूल्यों और जीवन-दृष्टि ने कई पीढ़ियों को आकार दिया है, और आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं।
मैंने अपने बचपन की स्मृतियों को मिलाकर इस महान व्यक्तित्व की सीखों को दस अध्यायों में समाहित किया है। इन अध्यायों में जीवन की असली विरासत, जिम्मेदारियों का महत्व, उतार-चढ़ाव से जूझने की शक्ति, हुनर का मूल्य, छिपी क्षमताएँ, पारिवारिक जुड़ाव, संघर्ष समाधान, अनुशासन, कर्म की शक्ति और उच्च मूल्यों के साथ जीवन के समापन जैसी महत्वपूर्ण बातों को सरल, प्रेरक तरीके से प्रस्तुत किया गया है।
और पढ़ें
Tag: learnings
Dec, 2025 - Post
📕उपलब्ध है! जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना
📕 जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना एक भावनात्मक और प्रेरणादायक पुस्तक है, जो श्री जग्गूराम जैसे दूरदर्शी, सरल और गहन विचारों वाले व्यक्तित्व के जीवन-सार को संजोती है। उनके आशीर्वाद, मूल्यों और जीवन-दृष्टि ने कई पीढ़ियों को आकार दिया है, और आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं।
मैंने अपने बचपन की स्मृतियों को मिलाकर इस महान व्यक्तित्व की सीखों को दस अध्यायों में समाहित किया है। इन अध्यायों में जीवन की असली विरासत, जिम्मेदारियों का महत्व, उतार-चढ़ाव से जूझने की शक्ति, हुनर का मूल्य, छिपी क्षमताएँ, पारिवारिक जुड़ाव, संघर्ष समाधान, अनुशासन, कर्म की शक्ति और उच्च मूल्यों के साथ जीवन के समापन जैसी महत्वपूर्ण बातों को सरल, प्रेरक तरीके से प्रस्तुत किया गया है।
और पढ़ें
Nov, 2025 - About
पुस्तकें
📕 जगजीवन जीवन से बढ़कर जीना 📕 जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना एक भावनात्मक और प्रेरणादायक पुस्तक है, जो श्री जग्गूराम जैसे दूरदर्शी, सरल और गहन विचारों वाले व्यक्तित्व के जीवन-सार को संजोती है। उनके आशीर्वाद, मूल्यों और जीवन-दृष्टि ने कई पीढ़ियों को आकार दिया है, और आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं।
लेखक ने अपने बचपन की स्मृतियों को मिलाकर इस महान व्यक्तित्व की सीखों को दस अध्यायों में समाहित किया है। इन अध्यायों में जीवन की असली विरासत, जिम्मेदारियों का महत्व, उतार-चढ़ाव से जूझने की शक्ति, हुनर का मूल्य, छिपी क्षमताएँ, पारिवारिक जुड़ाव, संघर्ष समाधान, अनुशासन, कर्म की शक्ति और उच्च मूल्यों के साथ जीवन के समापन जैसी महत्वपूर्ण बातों को सरल, प्रेरक तरीके से प्रस्तुत किया गया है।
और पढ़ें
Oct, 2025 - Post
कितना छोटा या कितना बड़ा है जीवन?
कुछ व्यस्त महीनों के बाद, मैं हाल ही में अपने परिवार के साथ एक कैंपिंग साइट पर गया — प्रकृति के करीब होना वाकई एक ताज़गी भरा अनुभव था। इस यात्रा का आयोजन कैंप गोपिका ने किया था और एस्ट्रोस्टॉप ने हमारे प्रवास को एक अनोखा अनुभव दिया।
शांत वातावरण ने मुझे जीवन पर चिंतन करने और अपनी आगामी पुस्तक 📕 “जगजीवन – जीवन से बढ़कर जीना” के अंतिम रूप पर काम करने का समय दिया, जो मेरे परनाना की कहानी और उनके इस विश्वास को बताती है कि सीखने और आत्मनिरीक्षण के लिए यात्रा आवश्यक है।
और पढ़ें
Sep, 2025 - About
कुछ पल
कितना छोटा या कितना बड़ा - एक प्राकृतिक यात्रा - Oct, 2025 स्काई डाइविंग - एक अनुभव - Sep, 2025 18वीं सालगिरह रितु और कुलदीप - Feb, 2025 माता-पिता की शादी की 44वीं सालगिरह - Jun, 2024 मातापिता को किताब समर्पित करना - May, 2024 वृन्दावन - Mar, 2024 2023 शुभ गृहप्रवेश – रक्षाबंधन - Aug, 2023 Jim corbett trip - Jun, 2023 16th Wedding anniversary - Feb, 2023 Father Retirement Speech - Jun, 2022 ☞ More Details 14th Wedding anniversary - Feb, 2021 Keep Moving - Jan, 2021 3rd Birthday Lovyansh - Jun, 2020 ☞ More Details
और पढ़ें
Jul, 2024 - Post
२० सालों की २० सीखें
५ जुलाई २००४, वो समय जब में मैंने अपनी पेशेवर यात्रा शुरू की। ये पिछले 20 वर्ष मेहनत और संतुष्टि से भरे रहे हैं।
जैसे की कहते है “सीखना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है और जब हम सीख को किसी से साझा करते है तो ये और परिपक्व होती है”,
इन दो दशकों में मुझे भी बहुत कुछ सीखने को मिला, मैंने विभिन्न प्रोद्योगिक तकनीकियों में ५० से ज्यादा प्रोजेक्ट्स किये, विभिन्न संगठनों में विविध पृष्ठभूमि के हजारों लोगों के साथ सीधे काम किया। इन्ही अनुभवों से सीख के मेने 120 से अधिक लेख लिखे और जज, वक्ता, पैनलिस्ट, या अतिथि व्याख्याता जैसी भूमिकाओं में 60 से अधिक कार्यक्रमों में भाग लिया। मैंने इन प्रयासों के माध्यम से ५० हजार से अधिक व्यक्तियों को प्रभावित किया होगा।
और पढ़ें
Oct, 2022 - Post
पिता की सेवानिवृत्ति पर उनके जीवन से कुछ सबक
मैंने thinkuldeep.com की शुरुआत इस बात को ध्यान में रखते हुए की थी कि हम जीवन की हर परिस्थिति में हर दिन सीखते हैं, चाहे अच्छा हो या बुरा। हमारी सीख साझा करने से परिपक्व होती है, हम इसे दूसरों को देकर हम और अधिक सीखते हैं।
हाल ही में मेरे पिता ने जीवन के 60 वर्ष पुरे किये है, और सरकारी सेवाओं से सेवानिवृत्त हुए हैं। 60 साल काफी बड़ा अनुभव होता है, जिसमें से उन्होंने लगभग 38 साल राजस्थान सरकार की सेवा में बिताए। हम उनके जीवन से बहुत कुछ सीख सकते हैं, खासकर युवा पीढ़ी जो पैसे और पद के पीछे भाग रही है, और हर कुछ वर्षों या महीनों में नौकरी बदलते हैं। रूटीन 9 से 5 जॉब बनाम कॉरपोरेट रेस जो हम दौड़ रहे है, इनमे काफी अंतर है, दोनों का अपना-अपना पक्ष हैं। मुझे नहीं पता की में कभी अपने लिए सेवानिवृत्ति का जश्न मनाऊंगा जैसा कि हमने अपने पिता के सेवानिवृत्ति दिवस के लिए मनाया है। मैंने उनके लिए सेवानिवृत्ति दिवस भाषण में उनके जीवन पर कुछ अपने कुछ विचार साझा किए थे। मैं इस लेख में यहां संक्षेप में उन्ही को साझा कर रहा हूं।
और पढ़ें
Tag: life
Dec, 2025 - Post
📕उपलब्ध है! जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना
📕 जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना एक भावनात्मक और प्रेरणादायक पुस्तक है, जो श्री जग्गूराम जैसे दूरदर्शी, सरल और गहन विचारों वाले व्यक्तित्व के जीवन-सार को संजोती है। उनके आशीर्वाद, मूल्यों और जीवन-दृष्टि ने कई पीढ़ियों को आकार दिया है, और आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं।
मैंने अपने बचपन की स्मृतियों को मिलाकर इस महान व्यक्तित्व की सीखों को दस अध्यायों में समाहित किया है। इन अध्यायों में जीवन की असली विरासत, जिम्मेदारियों का महत्व, उतार-चढ़ाव से जूझने की शक्ति, हुनर का मूल्य, छिपी क्षमताएँ, पारिवारिक जुड़ाव, संघर्ष समाधान, अनुशासन, कर्म की शक्ति और उच्च मूल्यों के साथ जीवन के समापन जैसी महत्वपूर्ण बातों को सरल, प्रेरक तरीके से प्रस्तुत किया गया है।
और पढ़ें
Nov, 2025 - About
पुस्तकें
📕 जगजीवन जीवन से बढ़कर जीना 📕 जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना एक भावनात्मक और प्रेरणादायक पुस्तक है, जो श्री जग्गूराम जैसे दूरदर्शी, सरल और गहन विचारों वाले व्यक्तित्व के जीवन-सार को संजोती है। उनके आशीर्वाद, मूल्यों और जीवन-दृष्टि ने कई पीढ़ियों को आकार दिया है, और आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं।
लेखक ने अपने बचपन की स्मृतियों को मिलाकर इस महान व्यक्तित्व की सीखों को दस अध्यायों में समाहित किया है। इन अध्यायों में जीवन की असली विरासत, जिम्मेदारियों का महत्व, उतार-चढ़ाव से जूझने की शक्ति, हुनर का मूल्य, छिपी क्षमताएँ, पारिवारिक जुड़ाव, संघर्ष समाधान, अनुशासन, कर्म की शक्ति और उच्च मूल्यों के साथ जीवन के समापन जैसी महत्वपूर्ण बातों को सरल, प्रेरक तरीके से प्रस्तुत किया गया है।
और पढ़ें
Oct, 2025 - Post
कितना छोटा या कितना बड़ा है जीवन?
कुछ व्यस्त महीनों के बाद, मैं हाल ही में अपने परिवार के साथ एक कैंपिंग साइट पर गया — प्रकृति के करीब होना वाकई एक ताज़गी भरा अनुभव था। इस यात्रा का आयोजन कैंप गोपिका ने किया था और एस्ट्रोस्टॉप ने हमारे प्रवास को एक अनोखा अनुभव दिया।
शांत वातावरण ने मुझे जीवन पर चिंतन करने और अपनी आगामी पुस्तक 📕 “जगजीवन – जीवन से बढ़कर जीना” के अंतिम रूप पर काम करने का समय दिया, जो मेरे परनाना की कहानी और उनके इस विश्वास को बताती है कि सीखने और आत्मनिरीक्षण के लिए यात्रा आवश्यक है।
और पढ़ें
Sep, 2025 - About
कुछ पल
कितना छोटा या कितना बड़ा - एक प्राकृतिक यात्रा - Oct, 2025 स्काई डाइविंग - एक अनुभव - Sep, 2025 18वीं सालगिरह रितु और कुलदीप - Feb, 2025 माता-पिता की शादी की 44वीं सालगिरह - Jun, 2024 मातापिता को किताब समर्पित करना - May, 2024 वृन्दावन - Mar, 2024 2023 शुभ गृहप्रवेश – रक्षाबंधन - Aug, 2023 Jim corbett trip - Jun, 2023 16th Wedding anniversary - Feb, 2023 Father Retirement Speech - Jun, 2022 ☞ More Details 14th Wedding anniversary - Feb, 2021 Keep Moving - Jan, 2021 3rd Birthday Lovyansh - Jun, 2020 ☞ More Details
और पढ़ें
Jul, 2024 - Post
२० सालों की २० सीखें
५ जुलाई २००४, वो समय जब में मैंने अपनी पेशेवर यात्रा शुरू की। ये पिछले 20 वर्ष मेहनत और संतुष्टि से भरे रहे हैं।
जैसे की कहते है “सीखना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है और जब हम सीख को किसी से साझा करते है तो ये और परिपक्व होती है”,
इन दो दशकों में मुझे भी बहुत कुछ सीखने को मिला, मैंने विभिन्न प्रोद्योगिक तकनीकियों में ५० से ज्यादा प्रोजेक्ट्स किये, विभिन्न संगठनों में विविध पृष्ठभूमि के हजारों लोगों के साथ सीधे काम किया। इन्ही अनुभवों से सीख के मेने 120 से अधिक लेख लिखे और जज, वक्ता, पैनलिस्ट, या अतिथि व्याख्याता जैसी भूमिकाओं में 60 से अधिक कार्यक्रमों में भाग लिया। मैंने इन प्रयासों के माध्यम से ५० हजार से अधिक व्यक्तियों को प्रभावित किया होगा।
और पढ़ें
Oct, 2022 - Post
पिता की सेवानिवृत्ति पर उनके जीवन से कुछ सबक
मैंने thinkuldeep.com की शुरुआत इस बात को ध्यान में रखते हुए की थी कि हम जीवन की हर परिस्थिति में हर दिन सीखते हैं, चाहे अच्छा हो या बुरा। हमारी सीख साझा करने से परिपक्व होती है, हम इसे दूसरों को देकर हम और अधिक सीखते हैं।
हाल ही में मेरे पिता ने जीवन के 60 वर्ष पुरे किये है, और सरकारी सेवाओं से सेवानिवृत्त हुए हैं। 60 साल काफी बड़ा अनुभव होता है, जिसमें से उन्होंने लगभग 38 साल राजस्थान सरकार की सेवा में बिताए। हम उनके जीवन से बहुत कुछ सीख सकते हैं, खासकर युवा पीढ़ी जो पैसे और पद के पीछे भाग रही है, और हर कुछ वर्षों या महीनों में नौकरी बदलते हैं। रूटीन 9 से 5 जॉब बनाम कॉरपोरेट रेस जो हम दौड़ रहे है, इनमे काफी अंतर है, दोनों का अपना-अपना पक्ष हैं। मुझे नहीं पता की में कभी अपने लिए सेवानिवृत्ति का जश्न मनाऊंगा जैसा कि हमने अपने पिता के सेवानिवृत्ति दिवस के लिए मनाया है। मैंने उनके लिए सेवानिवृत्ति दिवस भाषण में उनके जीवन पर कुछ अपने कुछ विचार साझा किए थे। मैं इस लेख में यहां संक्षेप में उन्ही को साझा कर रहा हूं।
और पढ़ें
Jun, 2020 - Post
२०२० - बदलाव का वर्ष
परिवर्तन या बदलाव ही एकमात्र स्थिर है, इसे हम जितना जल्दी स्वीकार करते हैं, उतना ही जल्दी हम भविष्य के लिए तैयार होते हैं। २०२० भी एक बदलाव का वर्ष है, हमे इसे स्वीकार करना होगा और अपनी जीवन शैली को बदल कर भविष्य के लिए तैयार होना होगा।
मैंने पहले भी परिवर्तन यानि बदलाव के बारे में लिखा है, जैसे की
सफल बनने के लिए बदलें एक उद्देश्यपूर्ण और संतुलित जीवन मानव क्षमता को उजागर करना परिवर्तन को स्वीकार करना आज, २० जून २०२०, मेरे छोटे बेटे लव्यांश का तीसरा जन्मदिन है, और जून का महीना वास्तव में बच्चों की स्कूल से छुट्टियां मानाने का समय होता है । भारत में, यह वह समय होता है, जब परिवार बच्चों के साथ छुट्टियां मनाने के लिए जाने की योजना बनाते हैं, और आमतौर पर छुट्टी का स्थान मातृ और पैतृक स्थान होता है, जहां बच्चे अपने दादा-दादी या नाना-नानी के साथ समय बिताते हैं। विशेष रूप से मेरे जैसे लोगो के लिए जिनके बच्चों को केवल इसी दौरान दादा-दादी या नाना नानी के साथ रहने का मौका मिलता है। मेरी पत्नी रितु, जिसने ऑफिस से कुछ समय का ब्रेक लिया है, उसने पिछले साल से ही जून के महीने का आनंद अपने माता पिता के साथ रह कर शुरू किया था, और उसी दौरान मैंने भी फिर अकेले रहने का अनुभव किया :। लेकिन इस Covid19(कोरोना) ने हम सभी को परेशान कर दिया है। न तो मेरी बहनें और उनके बच्चे के साथ यहाँ आ सकी, न ही हम कहीं जा सके। हम इस जन्मदिन को परिवार के साथ नहीं मना सकेंगे, यही सोच के परेशान हो रहे थे।
और पढ़ें
May, 2020 - Post
मानव क्षमता को उजागर करना
Covid19 ने काम करने के तरीके को चुनौती दी है, मैंने अपने कार्यदिवस और काम करने के नए तरीकों की ओर हमारी पारी को कवर करने के लिए अपने पहले के लेख में लिखा है । Covid19 ने हमारे काम करने के तरीके को ही नहीं बल्कि हमारे जीवन को भी प्रभावित किया है। पूरे दिन, हम सुनते रहते हैं कि यह मानवता पर कड़ा प्रहार कर रहा है और इसने हमारे आसपास इतनी नकारात्मकता ला दी है।
और पढ़ें
Tag: me
Nov, 2025 - About
पुस्तकें
📕 जगजीवन जीवन से बढ़कर जीना 📕 जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना एक भावनात्मक और प्रेरणादायक पुस्तक है, जो श्री जग्गूराम जैसे दूरदर्शी, सरल और गहन विचारों वाले व्यक्तित्व के जीवन-सार को संजोती है। उनके आशीर्वाद, मूल्यों और जीवन-दृष्टि ने कई पीढ़ियों को आकार दिया है, और आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं।
लेखक ने अपने बचपन की स्मृतियों को मिलाकर इस महान व्यक्तित्व की सीखों को दस अध्यायों में समाहित किया है। इन अध्यायों में जीवन की असली विरासत, जिम्मेदारियों का महत्व, उतार-चढ़ाव से जूझने की शक्ति, हुनर का मूल्य, छिपी क्षमताएँ, पारिवारिक जुड़ाव, संघर्ष समाधान, अनुशासन, कर्म की शक्ति और उच्च मूल्यों के साथ जीवन के समापन जैसी महत्वपूर्ण बातों को सरल, प्रेरक तरीके से प्रस्तुत किया गया है।
और पढ़ें
Sep, 2025 - About
कुछ पल
कितना छोटा या कितना बड़ा - एक प्राकृतिक यात्रा - Oct, 2025 स्काई डाइविंग - एक अनुभव - Sep, 2025 18वीं सालगिरह रितु और कुलदीप - Feb, 2025 माता-पिता की शादी की 44वीं सालगिरह - Jun, 2024 मातापिता को किताब समर्पित करना - May, 2024 वृन्दावन - Mar, 2024 2023 शुभ गृहप्रवेश – रक्षाबंधन - Aug, 2023 Jim corbett trip - Jun, 2023 16th Wedding anniversary - Feb, 2023 Father Retirement Speech - Jun, 2022 ☞ More Details 14th Wedding anniversary - Feb, 2021 Keep Moving - Jan, 2021 3rd Birthday Lovyansh - Jun, 2020 ☞ More Details
और पढ़ें
Nov, 2025 - About
मेरे बारे में जाने
📨 संपर्क 📃 मेरा रिज्यूमे 🎗️ सामाजिक सहयोग 🛟 मेरे जीवन मंत्र 🗣️ अनुशंसा 🐦🔥️ मेरे अविष्कार 📚️ मेरी पुस्तकें 🏆️ मेरे पुरुष्कार
👉 कुछ शब्द! कुलदीप ने व्यवसायों के विकास में आधुनिक तकनिकी की मुख्य भूमिका में दर्शाते हुए अपना करियर बनाया है। उन्होंने नई प्रौद्योगिकियों में महारत हासिल कर कई उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किये।
कुलदीप ने विभिन्न क्षेत्रों में काम किया, और कई समाधान निकाले जो प्रभावशीलता और दक्षता को प्रभावित करते हैं। कुलदीप सीएक्सओ सर्कल के भीतर स्मार्ट ग्लास, आईओटी, ब्लॉकचेन और एआरवीआर प्रौद्योगिकियों का उपयोग करके कनेक्टेड वर्कर, इंस्टॉलेशन असिस्टेंट, रिमोट एक्सपर्ट, इनडोर पोजिशनिंग और डिजिटल ट्विन जैसी अवधारणाओं को प्रचारित करने में भी समय लगाते हैं। उन्होंने अनुमान, पूर्वानुमान और अनुकूलन में कई जटिल डेटा परियोजनाओं का नेतृत्व किया है और अत्यधिक स्केलेबल, क्लाउड-नेटिव और माइक्रोसर्विसेज आधारित आर्किटेक्चर भी डिजाइन किए हैं।
और पढ़ें
Tag: meta
Nov, 2025 - Post
📕जल्द आ रही है! जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना
जीवन हमें हर पल कुछ न कुछ सिखाता है—लेकिन जब हम ठहरकर उन पलों पर विचार करते हैं, तभी हम वास्तव में आगे बढ़ते हैं। हर किसी के जीवन में चुनौतियाँ होती हैं; कोई भी जीवन समस्याओं से मुक्त नहीं है। हमें हमारी परेशानियाँ परिभाषित नहीं करती, बल्कि उनसे ऊपर उठने की हमारी क्षमता करती है।
आज हम जिन अधिकतर चुनौतियों का सामना करते हैं, वे वही हैं जिनसे हमारी पिछली पीढ़ियाँ भी गुज़री थीं—चाहे वह दैनिक जीवन से जुड़ी हों, रिश्तों से, कमाई-खर्च से, या ज़िम्मेदारियों के प्रबंधन से। हमारे आसपास—घर में, परंपराओं में, और बड़ों की कहानियों में—बहुत-सी जीवन-उपयोगी सीखें पहले से मौजूद हैं। फिर भी आधुनिक जीवन की तेज़ दौड़ में हम अक्सर इस अनमोल मार्गदर्शन को अनदेखा कर देते हैं। विरासतें भुला दी जाती हैं, अनुभव धुंधला जाते हैं, और हर पीढ़ी को फिर से वही समझ दोबारा बनानी पड़ती है—कई बार एक झूठी समृद्धि और उन्नति के भ्रम में।
और पढ़ें
Tag: metaverse
Nov, 2025 - Post
📕जल्द आ रही है! जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना
जीवन हमें हर पल कुछ न कुछ सिखाता है—लेकिन जब हम ठहरकर उन पलों पर विचार करते हैं, तभी हम वास्तव में आगे बढ़ते हैं। हर किसी के जीवन में चुनौतियाँ होती हैं; कोई भी जीवन समस्याओं से मुक्त नहीं है। हमें हमारी परेशानियाँ परिभाषित नहीं करती, बल्कि उनसे ऊपर उठने की हमारी क्षमता करती है।
आज हम जिन अधिकतर चुनौतियों का सामना करते हैं, वे वही हैं जिनसे हमारी पिछली पीढ़ियाँ भी गुज़री थीं—चाहे वह दैनिक जीवन से जुड़ी हों, रिश्तों से, कमाई-खर्च से, या ज़िम्मेदारियों के प्रबंधन से। हमारे आसपास—घर में, परंपराओं में, और बड़ों की कहानियों में—बहुत-सी जीवन-उपयोगी सीखें पहले से मौजूद हैं। फिर भी आधुनिक जीवन की तेज़ दौड़ में हम अक्सर इस अनमोल मार्गदर्शन को अनदेखा कर देते हैं। विरासतें भुला दी जाती हैं, अनुभव धुंधला जाते हैं, और हर पीढ़ी को फिर से वही समझ दोबारा बनानी पड़ती है—कई बार एक झूठी समृद्धि और उन्नति के भ्रम में।
और पढ़ें
Oct, 2025 - Post
कितना छोटा या कितना बड़ा है जीवन?
कुछ व्यस्त महीनों के बाद, मैं हाल ही में अपने परिवार के साथ एक कैंपिंग साइट पर गया — प्रकृति के करीब होना वाकई एक ताज़गी भरा अनुभव था। इस यात्रा का आयोजन कैंप गोपिका ने किया था और एस्ट्रोस्टॉप ने हमारे प्रवास को एक अनोखा अनुभव दिया।
शांत वातावरण ने मुझे जीवन पर चिंतन करने और अपनी आगामी पुस्तक 📕 “जगजीवन – जीवन से बढ़कर जीना” के अंतिम रूप पर काम करने का समय दिया, जो मेरे परनाना की कहानी और उनके इस विश्वास को बताती है कि सीखने और आत्मनिरीक्षण के लिए यात्रा आवश्यक है।
और पढ़ें
Tag: motivation
May, 2020 - Post
मानव क्षमता को उजागर करना
Covid19 ने काम करने के तरीके को चुनौती दी है, मैंने अपने कार्यदिवस और काम करने के नए तरीकों की ओर हमारी पारी को कवर करने के लिए अपने पहले के लेख में लिखा है । Covid19 ने हमारे काम करने के तरीके को ही नहीं बल्कि हमारे जीवन को भी प्रभावित किया है। पूरे दिन, हम सुनते रहते हैं कि यह मानवता पर कड़ा प्रहार कर रहा है और इसने हमारे आसपास इतनी नकारात्मकता ला दी है।
और पढ़ें
Tag: motivational
Dec, 2025 - Post
📕उपलब्ध है! जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना
📕 जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना एक भावनात्मक और प्रेरणादायक पुस्तक है, जो श्री जग्गूराम जैसे दूरदर्शी, सरल और गहन विचारों वाले व्यक्तित्व के जीवन-सार को संजोती है। उनके आशीर्वाद, मूल्यों और जीवन-दृष्टि ने कई पीढ़ियों को आकार दिया है, और आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं।
मैंने अपने बचपन की स्मृतियों को मिलाकर इस महान व्यक्तित्व की सीखों को दस अध्यायों में समाहित किया है। इन अध्यायों में जीवन की असली विरासत, जिम्मेदारियों का महत्व, उतार-चढ़ाव से जूझने की शक्ति, हुनर का मूल्य, छिपी क्षमताएँ, पारिवारिक जुड़ाव, संघर्ष समाधान, अनुशासन, कर्म की शक्ति और उच्च मूल्यों के साथ जीवन के समापन जैसी महत्वपूर्ण बातों को सरल, प्रेरक तरीके से प्रस्तुत किया गया है।
और पढ़ें
Nov, 2025 - About
पुस्तकें
📕 जगजीवन जीवन से बढ़कर जीना 📕 जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना एक भावनात्मक और प्रेरणादायक पुस्तक है, जो श्री जग्गूराम जैसे दूरदर्शी, सरल और गहन विचारों वाले व्यक्तित्व के जीवन-सार को संजोती है। उनके आशीर्वाद, मूल्यों और जीवन-दृष्टि ने कई पीढ़ियों को आकार दिया है, और आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं।
लेखक ने अपने बचपन की स्मृतियों को मिलाकर इस महान व्यक्तित्व की सीखों को दस अध्यायों में समाहित किया है। इन अध्यायों में जीवन की असली विरासत, जिम्मेदारियों का महत्व, उतार-चढ़ाव से जूझने की शक्ति, हुनर का मूल्य, छिपी क्षमताएँ, पारिवारिक जुड़ाव, संघर्ष समाधान, अनुशासन, कर्म की शक्ति और उच्च मूल्यों के साथ जीवन के समापन जैसी महत्वपूर्ण बातों को सरल, प्रेरक तरीके से प्रस्तुत किया गया है।
और पढ़ें
Oct, 2025 - Post
कितना छोटा या कितना बड़ा है जीवन?
कुछ व्यस्त महीनों के बाद, मैं हाल ही में अपने परिवार के साथ एक कैंपिंग साइट पर गया — प्रकृति के करीब होना वाकई एक ताज़गी भरा अनुभव था। इस यात्रा का आयोजन कैंप गोपिका ने किया था और एस्ट्रोस्टॉप ने हमारे प्रवास को एक अनोखा अनुभव दिया।
शांत वातावरण ने मुझे जीवन पर चिंतन करने और अपनी आगामी पुस्तक 📕 “जगजीवन – जीवन से बढ़कर जीना” के अंतिम रूप पर काम करने का समय दिया, जो मेरे परनाना की कहानी और उनके इस विश्वास को बताती है कि सीखने और आत्मनिरीक्षण के लिए यात्रा आवश्यक है।
और पढ़ें
Sep, 2025 - About
कुछ पल
कितना छोटा या कितना बड़ा - एक प्राकृतिक यात्रा - Oct, 2025 स्काई डाइविंग - एक अनुभव - Sep, 2025 18वीं सालगिरह रितु और कुलदीप - Feb, 2025 माता-पिता की शादी की 44वीं सालगिरह - Jun, 2024 मातापिता को किताब समर्पित करना - May, 2024 वृन्दावन - Mar, 2024 2023 शुभ गृहप्रवेश – रक्षाबंधन - Aug, 2023 Jim corbett trip - Jun, 2023 16th Wedding anniversary - Feb, 2023 Father Retirement Speech - Jun, 2022 ☞ More Details 14th Wedding anniversary - Feb, 2021 Keep Moving - Jan, 2021 3rd Birthday Lovyansh - Jun, 2020 ☞ More Details
और पढ़ें
Jul, 2024 - Post
२० सालों की २० सीखें
५ जुलाई २००४, वो समय जब में मैंने अपनी पेशेवर यात्रा शुरू की। ये पिछले 20 वर्ष मेहनत और संतुष्टि से भरे रहे हैं।
जैसे की कहते है “सीखना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है और जब हम सीख को किसी से साझा करते है तो ये और परिपक्व होती है”,
इन दो दशकों में मुझे भी बहुत कुछ सीखने को मिला, मैंने विभिन्न प्रोद्योगिक तकनीकियों में ५० से ज्यादा प्रोजेक्ट्स किये, विभिन्न संगठनों में विविध पृष्ठभूमि के हजारों लोगों के साथ सीधे काम किया। इन्ही अनुभवों से सीख के मेने 120 से अधिक लेख लिखे और जज, वक्ता, पैनलिस्ट, या अतिथि व्याख्याता जैसी भूमिकाओं में 60 से अधिक कार्यक्रमों में भाग लिया। मैंने इन प्रयासों के माध्यम से ५० हजार से अधिक व्यक्तियों को प्रभावित किया होगा।
और पढ़ें
Oct, 2022 - Post
पिता की सेवानिवृत्ति पर उनके जीवन से कुछ सबक
मैंने thinkuldeep.com की शुरुआत इस बात को ध्यान में रखते हुए की थी कि हम जीवन की हर परिस्थिति में हर दिन सीखते हैं, चाहे अच्छा हो या बुरा। हमारी सीख साझा करने से परिपक्व होती है, हम इसे दूसरों को देकर हम और अधिक सीखते हैं।
हाल ही में मेरे पिता ने जीवन के 60 वर्ष पुरे किये है, और सरकारी सेवाओं से सेवानिवृत्त हुए हैं। 60 साल काफी बड़ा अनुभव होता है, जिसमें से उन्होंने लगभग 38 साल राजस्थान सरकार की सेवा में बिताए। हम उनके जीवन से बहुत कुछ सीख सकते हैं, खासकर युवा पीढ़ी जो पैसे और पद के पीछे भाग रही है, और हर कुछ वर्षों या महीनों में नौकरी बदलते हैं। रूटीन 9 से 5 जॉब बनाम कॉरपोरेट रेस जो हम दौड़ रहे है, इनमे काफी अंतर है, दोनों का अपना-अपना पक्ष हैं। मुझे नहीं पता की में कभी अपने लिए सेवानिवृत्ति का जश्न मनाऊंगा जैसा कि हमने अपने पिता के सेवानिवृत्ति दिवस के लिए मनाया है। मैंने उनके लिए सेवानिवृत्ति दिवस भाषण में उनके जीवन पर कुछ अपने कुछ विचार साझा किए थे। मैं इस लेख में यहां संक्षेप में उन्ही को साझा कर रहा हूं।
और पढ़ें
Feb, 2021 - Post
२०२० में इच्छा शक्ति बढ़ाने के कुछ अनुभव
वर्ष 2020 परिवर्तन का वर्ष था, यह कुछ लोगों के लिए दर्दनाक हो सकता है, लेकिन साथ ही इसने हमें जीवन में सबक भी सिखाया है। मैंने इसके बारे में पहले भी लिखा है कि हमें इसे स्वीकार करना होगा, और यह साल याद किया जाएगा हमारे पूरे जीवन में और उसके बाद भी, चाहे हम कुछ भी करें, पर इसका प्रभाव पड़ेगा। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि हम वर्तमान को पूरी तरह से जीएं। यहाँ पढ़े -
और पढ़ें
Jun, 2020 - Post
२०२० - बदलाव का वर्ष
परिवर्तन या बदलाव ही एकमात्र स्थिर है, इसे हम जितना जल्दी स्वीकार करते हैं, उतना ही जल्दी हम भविष्य के लिए तैयार होते हैं। २०२० भी एक बदलाव का वर्ष है, हमे इसे स्वीकार करना होगा और अपनी जीवन शैली को बदल कर भविष्य के लिए तैयार होना होगा।
मैंने पहले भी परिवर्तन यानि बदलाव के बारे में लिखा है, जैसे की
सफल बनने के लिए बदलें एक उद्देश्यपूर्ण और संतुलित जीवन मानव क्षमता को उजागर करना परिवर्तन को स्वीकार करना आज, २० जून २०२०, मेरे छोटे बेटे लव्यांश का तीसरा जन्मदिन है, और जून का महीना वास्तव में बच्चों की स्कूल से छुट्टियां मानाने का समय होता है । भारत में, यह वह समय होता है, जब परिवार बच्चों के साथ छुट्टियां मनाने के लिए जाने की योजना बनाते हैं, और आमतौर पर छुट्टी का स्थान मातृ और पैतृक स्थान होता है, जहां बच्चे अपने दादा-दादी या नाना-नानी के साथ समय बिताते हैं। विशेष रूप से मेरे जैसे लोगो के लिए जिनके बच्चों को केवल इसी दौरान दादा-दादी या नाना नानी के साथ रहने का मौका मिलता है। मेरी पत्नी रितु, जिसने ऑफिस से कुछ समय का ब्रेक लिया है, उसने पिछले साल से ही जून के महीने का आनंद अपने माता पिता के साथ रह कर शुरू किया था, और उसी दौरान मैंने भी फिर अकेले रहने का अनुभव किया :। लेकिन इस Covid19(कोरोना) ने हम सभी को परेशान कर दिया है। न तो मेरी बहनें और उनके बच्चे के साथ यहाँ आ सकी, न ही हम कहीं जा सके। हम इस जन्मदिन को परिवार के साथ नहीं मना सकेंगे, यही सोच के परेशान हो रहे थे।
और पढ़ें
May, 2020 - Post
मानव क्षमता को उजागर करना
Covid19 ने काम करने के तरीके को चुनौती दी है, मैंने अपने कार्यदिवस और काम करने के नए तरीकों की ओर हमारी पारी को कवर करने के लिए अपने पहले के लेख में लिखा है । Covid19 ने हमारे काम करने के तरीके को ही नहीं बल्कि हमारे जीवन को भी प्रभावित किया है। पूरे दिन, हम सुनते रहते हैं कि यह मानवता पर कड़ा प्रहार कर रहा है और इसने हमारे आसपास इतनी नकारात्मकता ला दी है।
और पढ़ें
May, 2020 - Post
अधिक सफल बनने के लिए बदलें!
परिवर्तन एकमात्र स्थिरांक है, इसके लिए मानव जाति से निरंतर प्रयास की आवश्यकता होती है जो उस परिवर्तन को समझे जो सफलता की और लेके जाता है, और हमें और भी अधिक सफल बनाता है। अपने पहले लेख में, मैंने सफलता के मंत्र के बारे में बात की , और आवश्यकता पड़ने पर परिवर्तन को स्वीकार करने के बारे में भी लिखा । कभी-कभी जिस तरह से हम अपनी सफलता का अनुभव करते हैं वह अधिक सफल बनने के लिए अवरोधक बन जाता है। हम सफल होने के रास्ते पर जाने-अनजाने में कुछ आदतें जमा कर लेते हैं, और ज्यादातर हम कभी भी महसूस नहीं करते हैं कि वे आदतें हमारे आगे बढ़ने के रास्ते को अवरुद्ध करना शुरू कर देती हैं।
और पढ़ें
Mar, 2019 - Post
जीवन में उद्देश्य और संतुलन कायम रखें
मैंने अभी-अभी गौड़ गोपाल दास की एक पुस्तक “Life’s Amazing Secrets” समाप्त की है । यह पुस्तक जीवन में संतुलन और उद्देश्य के विषय को अच्छी तरह से शामिल करती है। पुस्तक से कुछ अवधारणाएँ को मैं अपने वर्तमान कंपनी संस्कृति से भी रिलेटेड कर सकता हूँ, जैसे जैसे की कल्टीवेशन एंड कोलैबोरेशन।
मुझे मेरी नयी कंपनी ThoughtWorks ज्वाइन किये 6 महीने से अधिक हो गए है, एक संगठन जो 25 साल से अधिक समय पहले एक सामाजिक प्रयोग के रूप में शुरू हुआ था, और जीवन में 3 स्तंभों को संतुलित करने में विश्वास करता है; स्थिरता, उत्कृष्टता और उद्देश्य। यह संगठन को एक जीवित इकाई के रूप में बनाता है, और जहां कहीं भी जीवन है, उसे परिवर्तनों और चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, यह हम पर है कि हम कैसे बदलते हैं और बदलने की कला को उत्कृष्टता देते हैं।
और पढ़ें
Tag: nagarro
Jul, 2024 - Post
२० सालों की २० सीखें
५ जुलाई २००४, वो समय जब में मैंने अपनी पेशेवर यात्रा शुरू की। ये पिछले 20 वर्ष मेहनत और संतुष्टि से भरे रहे हैं।
जैसे की कहते है “सीखना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है और जब हम सीख को किसी से साझा करते है तो ये और परिपक्व होती है”,
इन दो दशकों में मुझे भी बहुत कुछ सीखने को मिला, मैंने विभिन्न प्रोद्योगिक तकनीकियों में ५० से ज्यादा प्रोजेक्ट्स किये, विभिन्न संगठनों में विविध पृष्ठभूमि के हजारों लोगों के साथ सीधे काम किया। इन्ही अनुभवों से सीख के मेने 120 से अधिक लेख लिखे और जज, वक्ता, पैनलिस्ट, या अतिथि व्याख्याता जैसी भूमिकाओं में 60 से अधिक कार्यक्रमों में भाग लिया। मैंने इन प्रयासों के माध्यम से ५० हजार से अधिक व्यक्तियों को प्रभावित किया होगा।
और पढ़ें
Nov, 2025 - About
मेरे बारे में जाने
📨 संपर्क 📃 मेरा रिज्यूमे 🎗️ सामाजिक सहयोग 🛟 मेरे जीवन मंत्र 🗣️ अनुशंसा 🐦🔥️ मेरे अविष्कार 📚️ मेरी पुस्तकें 🏆️ मेरे पुरुष्कार
👉 कुछ शब्द! कुलदीप ने व्यवसायों के विकास में आधुनिक तकनिकी की मुख्य भूमिका में दर्शाते हुए अपना करियर बनाया है। उन्होंने नई प्रौद्योगिकियों में महारत हासिल कर कई उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किये।
कुलदीप ने विभिन्न क्षेत्रों में काम किया, और कई समाधान निकाले जो प्रभावशीलता और दक्षता को प्रभावित करते हैं। कुलदीप सीएक्सओ सर्कल के भीतर स्मार्ट ग्लास, आईओटी, ब्लॉकचेन और एआरवीआर प्रौद्योगिकियों का उपयोग करके कनेक्टेड वर्कर, इंस्टॉलेशन असिस्टेंट, रिमोट एक्सपर्ट, इनडोर पोजिशनिंग और डिजिटल ट्विन जैसी अवधारणाओं को प्रचारित करने में भी समय लगाते हैं। उन्होंने अनुमान, पूर्वानुमान और अनुकूलन में कई जटिल डेटा परियोजनाओं का नेतृत्व किया है और अत्यधिक स्केलेबल, क्लाउड-नेटिव और माइक्रोसर्विसेज आधारित आर्किटेक्चर भी डिजाइन किए हैं।
और पढ़ें
Tag: nft
Nov, 2025 - Post
📕जल्द आ रही है! जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना
जीवन हमें हर पल कुछ न कुछ सिखाता है—लेकिन जब हम ठहरकर उन पलों पर विचार करते हैं, तभी हम वास्तव में आगे बढ़ते हैं। हर किसी के जीवन में चुनौतियाँ होती हैं; कोई भी जीवन समस्याओं से मुक्त नहीं है। हमें हमारी परेशानियाँ परिभाषित नहीं करती, बल्कि उनसे ऊपर उठने की हमारी क्षमता करती है।
आज हम जिन अधिकतर चुनौतियों का सामना करते हैं, वे वही हैं जिनसे हमारी पिछली पीढ़ियाँ भी गुज़री थीं—चाहे वह दैनिक जीवन से जुड़ी हों, रिश्तों से, कमाई-खर्च से, या ज़िम्मेदारियों के प्रबंधन से। हमारे आसपास—घर में, परंपराओं में, और बड़ों की कहानियों में—बहुत-सी जीवन-उपयोगी सीखें पहले से मौजूद हैं। फिर भी आधुनिक जीवन की तेज़ दौड़ में हम अक्सर इस अनमोल मार्गदर्शन को अनदेखा कर देते हैं। विरासतें भुला दी जाती हैं, अनुभव धुंधला जाते हैं, और हर पीढ़ी को फिर से वही समझ दोबारा बनानी पड़ती है—कई बार एक झूठी समृद्धि और उन्नति के भ्रम में।
और पढ़ें
Tag: opportunity
Jul, 2024 - Post
२० सालों की २० सीखें
५ जुलाई २००४, वो समय जब में मैंने अपनी पेशेवर यात्रा शुरू की। ये पिछले 20 वर्ष मेहनत और संतुष्टि से भरे रहे हैं।
जैसे की कहते है “सीखना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है और जब हम सीख को किसी से साझा करते है तो ये और परिपक्व होती है”,
इन दो दशकों में मुझे भी बहुत कुछ सीखने को मिला, मैंने विभिन्न प्रोद्योगिक तकनीकियों में ५० से ज्यादा प्रोजेक्ट्स किये, विभिन्न संगठनों में विविध पृष्ठभूमि के हजारों लोगों के साथ सीधे काम किया। इन्ही अनुभवों से सीख के मेने 120 से अधिक लेख लिखे और जज, वक्ता, पैनलिस्ट, या अतिथि व्याख्याता जैसी भूमिकाओं में 60 से अधिक कार्यक्रमों में भाग लिया। मैंने इन प्रयासों के माध्यम से ५० हजार से अधिक व्यक्तियों को प्रभावित किया होगा।
और पढ़ें
Tag: point-of-view
Oct, 2025 - Post
कितना छोटा या कितना बड़ा है जीवन?
कुछ व्यस्त महीनों के बाद, मैं हाल ही में अपने परिवार के साथ एक कैंपिंग साइट पर गया — प्रकृति के करीब होना वाकई एक ताज़गी भरा अनुभव था। इस यात्रा का आयोजन कैंप गोपिका ने किया था और एस्ट्रोस्टॉप ने हमारे प्रवास को एक अनोखा अनुभव दिया।
शांत वातावरण ने मुझे जीवन पर चिंतन करने और अपनी आगामी पुस्तक 📕 “जगजीवन – जीवन से बढ़कर जीना” के अंतिम रूप पर काम करने का समय दिया, जो मेरे परनाना की कहानी और उनके इस विश्वास को बताती है कि सीखने और आत्मनिरीक्षण के लिए यात्रा आवश्यक है।
और पढ़ें
Tag: profile
Nov, 2025 - About
पुस्तकें
📕 जगजीवन जीवन से बढ़कर जीना 📕 जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना एक भावनात्मक और प्रेरणादायक पुस्तक है, जो श्री जग्गूराम जैसे दूरदर्शी, सरल और गहन विचारों वाले व्यक्तित्व के जीवन-सार को संजोती है। उनके आशीर्वाद, मूल्यों और जीवन-दृष्टि ने कई पीढ़ियों को आकार दिया है, और आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं।
लेखक ने अपने बचपन की स्मृतियों को मिलाकर इस महान व्यक्तित्व की सीखों को दस अध्यायों में समाहित किया है। इन अध्यायों में जीवन की असली विरासत, जिम्मेदारियों का महत्व, उतार-चढ़ाव से जूझने की शक्ति, हुनर का मूल्य, छिपी क्षमताएँ, पारिवारिक जुड़ाव, संघर्ष समाधान, अनुशासन, कर्म की शक्ति और उच्च मूल्यों के साथ जीवन के समापन जैसी महत्वपूर्ण बातों को सरल, प्रेरक तरीके से प्रस्तुत किया गया है।
और पढ़ें
Sep, 2025 - About
कुछ पल
कितना छोटा या कितना बड़ा - एक प्राकृतिक यात्रा - Oct, 2025 स्काई डाइविंग - एक अनुभव - Sep, 2025 18वीं सालगिरह रितु और कुलदीप - Feb, 2025 माता-पिता की शादी की 44वीं सालगिरह - Jun, 2024 मातापिता को किताब समर्पित करना - May, 2024 वृन्दावन - Mar, 2024 2023 शुभ गृहप्रवेश – रक्षाबंधन - Aug, 2023 Jim corbett trip - Jun, 2023 16th Wedding anniversary - Feb, 2023 Father Retirement Speech - Jun, 2022 ☞ More Details 14th Wedding anniversary - Feb, 2021 Keep Moving - Jan, 2021 3rd Birthday Lovyansh - Jun, 2020 ☞ More Details
और पढ़ें
Nov, 2025 - About
मेरे बारे में जाने
📨 संपर्क 📃 मेरा रिज्यूमे 🎗️ सामाजिक सहयोग 🛟 मेरे जीवन मंत्र 🗣️ अनुशंसा 🐦🔥️ मेरे अविष्कार 📚️ मेरी पुस्तकें 🏆️ मेरे पुरुष्कार
👉 कुछ शब्द! कुलदीप ने व्यवसायों के विकास में आधुनिक तकनिकी की मुख्य भूमिका में दर्शाते हुए अपना करियर बनाया है। उन्होंने नई प्रौद्योगिकियों में महारत हासिल कर कई उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किये।
कुलदीप ने विभिन्न क्षेत्रों में काम किया, और कई समाधान निकाले जो प्रभावशीलता और दक्षता को प्रभावित करते हैं। कुलदीप सीएक्सओ सर्कल के भीतर स्मार्ट ग्लास, आईओटी, ब्लॉकचेन और एआरवीआर प्रौद्योगिकियों का उपयोग करके कनेक्टेड वर्कर, इंस्टॉलेशन असिस्टेंट, रिमोट एक्सपर्ट, इनडोर पोजिशनिंग और डिजिटल ट्विन जैसी अवधारणाओं को प्रचारित करने में भी समय लगाते हैं। उन्होंने अनुमान, पूर्वानुमान और अनुकूलन में कई जटिल डेटा परियोजनाओं का नेतृत्व किया है और अत्यधिक स्केलेबल, क्लाउड-नेटिव और माइक्रोसर्विसेज आधारित आर्किटेक्चर भी डिजाइन किए हैं।
और पढ़ें
Tag: reading
Jul, 2024 - Post
२० सालों की २० सीखें
५ जुलाई २००४, वो समय जब में मैंने अपनी पेशेवर यात्रा शुरू की। ये पिछले 20 वर्ष मेहनत और संतुष्टि से भरे रहे हैं।
जैसे की कहते है “सीखना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है और जब हम सीख को किसी से साझा करते है तो ये और परिपक्व होती है”,
इन दो दशकों में मुझे भी बहुत कुछ सीखने को मिला, मैंने विभिन्न प्रोद्योगिक तकनीकियों में ५० से ज्यादा प्रोजेक्ट्स किये, विभिन्न संगठनों में विविध पृष्ठभूमि के हजारों लोगों के साथ सीधे काम किया। इन्ही अनुभवों से सीख के मेने 120 से अधिक लेख लिखे और जज, वक्ता, पैनलिस्ट, या अतिथि व्याख्याता जैसी भूमिकाओं में 60 से अधिक कार्यक्रमों में भाग लिया। मैंने इन प्रयासों के माध्यम से ५० हजार से अधिक व्यक्तियों को प्रभावित किया होगा।
और पढ़ें
Tag: reflection
Dec, 2025 - Post
📕उपलब्ध है! जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना
📕 जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना एक भावनात्मक और प्रेरणादायक पुस्तक है, जो श्री जग्गूराम जैसे दूरदर्शी, सरल और गहन विचारों वाले व्यक्तित्व के जीवन-सार को संजोती है। उनके आशीर्वाद, मूल्यों और जीवन-दृष्टि ने कई पीढ़ियों को आकार दिया है, और आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं।
मैंने अपने बचपन की स्मृतियों को मिलाकर इस महान व्यक्तित्व की सीखों को दस अध्यायों में समाहित किया है। इन अध्यायों में जीवन की असली विरासत, जिम्मेदारियों का महत्व, उतार-चढ़ाव से जूझने की शक्ति, हुनर का मूल्य, छिपी क्षमताएँ, पारिवारिक जुड़ाव, संघर्ष समाधान, अनुशासन, कर्म की शक्ति और उच्च मूल्यों के साथ जीवन के समापन जैसी महत्वपूर्ण बातों को सरल, प्रेरक तरीके से प्रस्तुत किया गया है।
और पढ़ें
Oct, 2022 - Post
पिता की सेवानिवृत्ति पर उनके जीवन से कुछ सबक
मैंने thinkuldeep.com की शुरुआत इस बात को ध्यान में रखते हुए की थी कि हम जीवन की हर परिस्थिति में हर दिन सीखते हैं, चाहे अच्छा हो या बुरा। हमारी सीख साझा करने से परिपक्व होती है, हम इसे दूसरों को देकर हम और अधिक सीखते हैं।
हाल ही में मेरे पिता ने जीवन के 60 वर्ष पुरे किये है, और सरकारी सेवाओं से सेवानिवृत्त हुए हैं। 60 साल काफी बड़ा अनुभव होता है, जिसमें से उन्होंने लगभग 38 साल राजस्थान सरकार की सेवा में बिताए। हम उनके जीवन से बहुत कुछ सीख सकते हैं, खासकर युवा पीढ़ी जो पैसे और पद के पीछे भाग रही है, और हर कुछ वर्षों या महीनों में नौकरी बदलते हैं। रूटीन 9 से 5 जॉब बनाम कॉरपोरेट रेस जो हम दौड़ रहे है, इनमे काफी अंतर है, दोनों का अपना-अपना पक्ष हैं। मुझे नहीं पता की में कभी अपने लिए सेवानिवृत्ति का जश्न मनाऊंगा जैसा कि हमने अपने पिता के सेवानिवृत्ति दिवस के लिए मनाया है। मैंने उनके लिए सेवानिवृत्ति दिवस भाषण में उनके जीवन पर कुछ अपने कुछ विचार साझा किए थे। मैं इस लेख में यहां संक्षेप में उन्ही को साझा कर रहा हूं।
और पढ़ें
Tag: selfhelp
Dec, 2025 - Post
📕उपलब्ध है! जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना
📕 जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना एक भावनात्मक और प्रेरणादायक पुस्तक है, जो श्री जग्गूराम जैसे दूरदर्शी, सरल और गहन विचारों वाले व्यक्तित्व के जीवन-सार को संजोती है। उनके आशीर्वाद, मूल्यों और जीवन-दृष्टि ने कई पीढ़ियों को आकार दिया है, और आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं।
मैंने अपने बचपन की स्मृतियों को मिलाकर इस महान व्यक्तित्व की सीखों को दस अध्यायों में समाहित किया है। इन अध्यायों में जीवन की असली विरासत, जिम्मेदारियों का महत्व, उतार-चढ़ाव से जूझने की शक्ति, हुनर का मूल्य, छिपी क्षमताएँ, पारिवारिक जुड़ाव, संघर्ष समाधान, अनुशासन, कर्म की शक्ति और उच्च मूल्यों के साथ जीवन के समापन जैसी महत्वपूर्ण बातों को सरल, प्रेरक तरीके से प्रस्तुत किया गया है।
और पढ़ें
Nov, 2025 - About
पुस्तकें
📕 जगजीवन जीवन से बढ़कर जीना 📕 जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना एक भावनात्मक और प्रेरणादायक पुस्तक है, जो श्री जग्गूराम जैसे दूरदर्शी, सरल और गहन विचारों वाले व्यक्तित्व के जीवन-सार को संजोती है। उनके आशीर्वाद, मूल्यों और जीवन-दृष्टि ने कई पीढ़ियों को आकार दिया है, और आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं।
लेखक ने अपने बचपन की स्मृतियों को मिलाकर इस महान व्यक्तित्व की सीखों को दस अध्यायों में समाहित किया है। इन अध्यायों में जीवन की असली विरासत, जिम्मेदारियों का महत्व, उतार-चढ़ाव से जूझने की शक्ति, हुनर का मूल्य, छिपी क्षमताएँ, पारिवारिक जुड़ाव, संघर्ष समाधान, अनुशासन, कर्म की शक्ति और उच्च मूल्यों के साथ जीवन के समापन जैसी महत्वपूर्ण बातों को सरल, प्रेरक तरीके से प्रस्तुत किया गया है।
और पढ़ें
Oct, 2025 - Post
कितना छोटा या कितना बड़ा है जीवन?
कुछ व्यस्त महीनों के बाद, मैं हाल ही में अपने परिवार के साथ एक कैंपिंग साइट पर गया — प्रकृति के करीब होना वाकई एक ताज़गी भरा अनुभव था। इस यात्रा का आयोजन कैंप गोपिका ने किया था और एस्ट्रोस्टॉप ने हमारे प्रवास को एक अनोखा अनुभव दिया।
शांत वातावरण ने मुझे जीवन पर चिंतन करने और अपनी आगामी पुस्तक 📕 “जगजीवन – जीवन से बढ़कर जीना” के अंतिम रूप पर काम करने का समय दिया, जो मेरे परनाना की कहानी और उनके इस विश्वास को बताती है कि सीखने और आत्मनिरीक्षण के लिए यात्रा आवश्यक है।
और पढ़ें
Jul, 2024 - Post
२० सालों की २० सीखें
५ जुलाई २००४, वो समय जब में मैंने अपनी पेशेवर यात्रा शुरू की। ये पिछले 20 वर्ष मेहनत और संतुष्टि से भरे रहे हैं।
जैसे की कहते है “सीखना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है और जब हम सीख को किसी से साझा करते है तो ये और परिपक्व होती है”,
इन दो दशकों में मुझे भी बहुत कुछ सीखने को मिला, मैंने विभिन्न प्रोद्योगिक तकनीकियों में ५० से ज्यादा प्रोजेक्ट्स किये, विभिन्न संगठनों में विविध पृष्ठभूमि के हजारों लोगों के साथ सीधे काम किया। इन्ही अनुभवों से सीख के मेने 120 से अधिक लेख लिखे और जज, वक्ता, पैनलिस्ट, या अतिथि व्याख्याता जैसी भूमिकाओं में 60 से अधिक कार्यक्रमों में भाग लिया। मैंने इन प्रयासों के माध्यम से ५० हजार से अधिक व्यक्तियों को प्रभावित किया होगा।
और पढ़ें
Jun, 2020 - Post
२०२० - बदलाव का वर्ष
परिवर्तन या बदलाव ही एकमात्र स्थिर है, इसे हम जितना जल्दी स्वीकार करते हैं, उतना ही जल्दी हम भविष्य के लिए तैयार होते हैं। २०२० भी एक बदलाव का वर्ष है, हमे इसे स्वीकार करना होगा और अपनी जीवन शैली को बदल कर भविष्य के लिए तैयार होना होगा।
मैंने पहले भी परिवर्तन यानि बदलाव के बारे में लिखा है, जैसे की
सफल बनने के लिए बदलें एक उद्देश्यपूर्ण और संतुलित जीवन मानव क्षमता को उजागर करना परिवर्तन को स्वीकार करना आज, २० जून २०२०, मेरे छोटे बेटे लव्यांश का तीसरा जन्मदिन है, और जून का महीना वास्तव में बच्चों की स्कूल से छुट्टियां मानाने का समय होता है । भारत में, यह वह समय होता है, जब परिवार बच्चों के साथ छुट्टियां मनाने के लिए जाने की योजना बनाते हैं, और आमतौर पर छुट्टी का स्थान मातृ और पैतृक स्थान होता है, जहां बच्चे अपने दादा-दादी या नाना-नानी के साथ समय बिताते हैं। विशेष रूप से मेरे जैसे लोगो के लिए जिनके बच्चों को केवल इसी दौरान दादा-दादी या नाना नानी के साथ रहने का मौका मिलता है। मेरी पत्नी रितु, जिसने ऑफिस से कुछ समय का ब्रेक लिया है, उसने पिछले साल से ही जून के महीने का आनंद अपने माता पिता के साथ रह कर शुरू किया था, और उसी दौरान मैंने भी फिर अकेले रहने का अनुभव किया :। लेकिन इस Covid19(कोरोना) ने हम सभी को परेशान कर दिया है। न तो मेरी बहनें और उनके बच्चे के साथ यहाँ आ सकी, न ही हम कहीं जा सके। हम इस जन्मदिन को परिवार के साथ नहीं मना सकेंगे, यही सोच के परेशान हो रहे थे।
और पढ़ें
May, 2020 - Post
मानव क्षमता को उजागर करना
Covid19 ने काम करने के तरीके को चुनौती दी है, मैंने अपने कार्यदिवस और काम करने के नए तरीकों की ओर हमारी पारी को कवर करने के लिए अपने पहले के लेख में लिखा है । Covid19 ने हमारे काम करने के तरीके को ही नहीं बल्कि हमारे जीवन को भी प्रभावित किया है। पूरे दिन, हम सुनते रहते हैं कि यह मानवता पर कड़ा प्रहार कर रहा है और इसने हमारे आसपास इतनी नकारात्मकता ला दी है।
और पढ़ें
May, 2020 - Post
अधिक सफल बनने के लिए बदलें!
परिवर्तन एकमात्र स्थिरांक है, इसके लिए मानव जाति से निरंतर प्रयास की आवश्यकता होती है जो उस परिवर्तन को समझे जो सफलता की और लेके जाता है, और हमें और भी अधिक सफल बनाता है। अपने पहले लेख में, मैंने सफलता के मंत्र के बारे में बात की , और आवश्यकता पड़ने पर परिवर्तन को स्वीकार करने के बारे में भी लिखा । कभी-कभी जिस तरह से हम अपनी सफलता का अनुभव करते हैं वह अधिक सफल बनने के लिए अवरोधक बन जाता है। हम सफल होने के रास्ते पर जाने-अनजाने में कुछ आदतें जमा कर लेते हैं, और ज्यादातर हम कभी भी महसूस नहीं करते हैं कि वे आदतें हमारे आगे बढ़ने के रास्ते को अवरुद्ध करना शुरू कर देती हैं।
और पढ़ें
Mar, 2019 - Post
जीवन में उद्देश्य और संतुलन कायम रखें
मैंने अभी-अभी गौड़ गोपाल दास की एक पुस्तक “Life’s Amazing Secrets” समाप्त की है । यह पुस्तक जीवन में संतुलन और उद्देश्य के विषय को अच्छी तरह से शामिल करती है। पुस्तक से कुछ अवधारणाएँ को मैं अपने वर्तमान कंपनी संस्कृति से भी रिलेटेड कर सकता हूँ, जैसे जैसे की कल्टीवेशन एंड कोलैबोरेशन।
मुझे मेरी नयी कंपनी ThoughtWorks ज्वाइन किये 6 महीने से अधिक हो गए है, एक संगठन जो 25 साल से अधिक समय पहले एक सामाजिक प्रयोग के रूप में शुरू हुआ था, और जीवन में 3 स्तंभों को संतुलित करने में विश्वास करता है; स्थिरता, उत्कृष्टता और उद्देश्य। यह संगठन को एक जीवित इकाई के रूप में बनाता है, और जहां कहीं भी जीवन है, उसे परिवर्तनों और चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, यह हम पर है कि हम कैसे बदलते हैं और बदलने की कला को उत्कृष्टता देते हैं।
और पढ़ें
Tag: space
Oct, 2025 - Post
कितना छोटा या कितना बड़ा है जीवन?
कुछ व्यस्त महीनों के बाद, मैं हाल ही में अपने परिवार के साथ एक कैंपिंग साइट पर गया — प्रकृति के करीब होना वाकई एक ताज़गी भरा अनुभव था। इस यात्रा का आयोजन कैंप गोपिका ने किया था और एस्ट्रोस्टॉप ने हमारे प्रवास को एक अनोखा अनुभव दिया।
शांत वातावरण ने मुझे जीवन पर चिंतन करने और अपनी आगामी पुस्तक 📕 “जगजीवन – जीवन से बढ़कर जीना” के अंतिम रूप पर काम करने का समय दिया, जो मेरे परनाना की कहानी और उनके इस विश्वास को बताती है कि सीखने और आत्मनिरीक्षण के लिए यात्रा आवश्यक है।
और पढ़ें
Tag: success
May, 2020 - Post
अधिक सफल बनने के लिए बदलें!
परिवर्तन एकमात्र स्थिरांक है, इसके लिए मानव जाति से निरंतर प्रयास की आवश्यकता होती है जो उस परिवर्तन को समझे जो सफलता की और लेके जाता है, और हमें और भी अधिक सफल बनाता है। अपने पहले लेख में, मैंने सफलता के मंत्र के बारे में बात की , और आवश्यकता पड़ने पर परिवर्तन को स्वीकार करने के बारे में भी लिखा । कभी-कभी जिस तरह से हम अपनी सफलता का अनुभव करते हैं वह अधिक सफल बनने के लिए अवरोधक बन जाता है। हम सफल होने के रास्ते पर जाने-अनजाने में कुछ आदतें जमा कर लेते हैं, और ज्यादातर हम कभी भी महसूस नहीं करते हैं कि वे आदतें हमारे आगे बढ़ने के रास्ते को अवरुद्ध करना शुरू कर देती हैं।
और पढ़ें
Tag: takeaway
Oct, 2022 - Post
पिता की सेवानिवृत्ति पर उनके जीवन से कुछ सबक
मैंने thinkuldeep.com की शुरुआत इस बात को ध्यान में रखते हुए की थी कि हम जीवन की हर परिस्थिति में हर दिन सीखते हैं, चाहे अच्छा हो या बुरा। हमारी सीख साझा करने से परिपक्व होती है, हम इसे दूसरों को देकर हम और अधिक सीखते हैं।
हाल ही में मेरे पिता ने जीवन के 60 वर्ष पुरे किये है, और सरकारी सेवाओं से सेवानिवृत्त हुए हैं। 60 साल काफी बड़ा अनुभव होता है, जिसमें से उन्होंने लगभग 38 साल राजस्थान सरकार की सेवा में बिताए। हम उनके जीवन से बहुत कुछ सीख सकते हैं, खासकर युवा पीढ़ी जो पैसे और पद के पीछे भाग रही है, और हर कुछ वर्षों या महीनों में नौकरी बदलते हैं। रूटीन 9 से 5 जॉब बनाम कॉरपोरेट रेस जो हम दौड़ रहे है, इनमे काफी अंतर है, दोनों का अपना-अपना पक्ष हैं। मुझे नहीं पता की में कभी अपने लिए सेवानिवृत्ति का जश्न मनाऊंगा जैसा कि हमने अपने पिता के सेवानिवृत्ति दिवस के लिए मनाया है। मैंने उनके लिए सेवानिवृत्ति दिवस भाषण में उनके जीवन पर कुछ अपने कुछ विचार साझा किए थे। मैं इस लेख में यहां संक्षेप में उन्ही को साझा कर रहा हूं।
और पढ़ें
Tag: takeaways
Dec, 2025 - Post
📕उपलब्ध है! जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना
📕 जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना एक भावनात्मक और प्रेरणादायक पुस्तक है, जो श्री जग्गूराम जैसे दूरदर्शी, सरल और गहन विचारों वाले व्यक्तित्व के जीवन-सार को संजोती है। उनके आशीर्वाद, मूल्यों और जीवन-दृष्टि ने कई पीढ़ियों को आकार दिया है, और आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं।
मैंने अपने बचपन की स्मृतियों को मिलाकर इस महान व्यक्तित्व की सीखों को दस अध्यायों में समाहित किया है। इन अध्यायों में जीवन की असली विरासत, जिम्मेदारियों का महत्व, उतार-चढ़ाव से जूझने की शक्ति, हुनर का मूल्य, छिपी क्षमताएँ, पारिवारिक जुड़ाव, संघर्ष समाधान, अनुशासन, कर्म की शक्ति और उच्च मूल्यों के साथ जीवन के समापन जैसी महत्वपूर्ण बातों को सरल, प्रेरक तरीके से प्रस्तुत किया गया है।
और पढ़ें
Nov, 2025 - About
पुस्तकें
📕 जगजीवन जीवन से बढ़कर जीना 📕 जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना एक भावनात्मक और प्रेरणादायक पुस्तक है, जो श्री जग्गूराम जैसे दूरदर्शी, सरल और गहन विचारों वाले व्यक्तित्व के जीवन-सार को संजोती है। उनके आशीर्वाद, मूल्यों और जीवन-दृष्टि ने कई पीढ़ियों को आकार दिया है, और आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं।
लेखक ने अपने बचपन की स्मृतियों को मिलाकर इस महान व्यक्तित्व की सीखों को दस अध्यायों में समाहित किया है। इन अध्यायों में जीवन की असली विरासत, जिम्मेदारियों का महत्व, उतार-चढ़ाव से जूझने की शक्ति, हुनर का मूल्य, छिपी क्षमताएँ, पारिवारिक जुड़ाव, संघर्ष समाधान, अनुशासन, कर्म की शक्ति और उच्च मूल्यों के साथ जीवन के समापन जैसी महत्वपूर्ण बातों को सरल, प्रेरक तरीके से प्रस्तुत किया गया है।
और पढ़ें
Oct, 2025 - Post
कितना छोटा या कितना बड़ा है जीवन?
कुछ व्यस्त महीनों के बाद, मैं हाल ही में अपने परिवार के साथ एक कैंपिंग साइट पर गया — प्रकृति के करीब होना वाकई एक ताज़गी भरा अनुभव था। इस यात्रा का आयोजन कैंप गोपिका ने किया था और एस्ट्रोस्टॉप ने हमारे प्रवास को एक अनोखा अनुभव दिया।
शांत वातावरण ने मुझे जीवन पर चिंतन करने और अपनी आगामी पुस्तक 📕 “जगजीवन – जीवन से बढ़कर जीना” के अंतिम रूप पर काम करने का समय दिया, जो मेरे परनाना की कहानी और उनके इस विश्वास को बताती है कि सीखने और आत्मनिरीक्षण के लिए यात्रा आवश्यक है।
और पढ़ें
Jul, 2024 - Post
२० सालों की २० सीखें
५ जुलाई २००४, वो समय जब में मैंने अपनी पेशेवर यात्रा शुरू की। ये पिछले 20 वर्ष मेहनत और संतुष्टि से भरे रहे हैं।
जैसे की कहते है “सीखना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है और जब हम सीख को किसी से साझा करते है तो ये और परिपक्व होती है”,
इन दो दशकों में मुझे भी बहुत कुछ सीखने को मिला, मैंने विभिन्न प्रोद्योगिक तकनीकियों में ५० से ज्यादा प्रोजेक्ट्स किये, विभिन्न संगठनों में विविध पृष्ठभूमि के हजारों लोगों के साथ सीधे काम किया। इन्ही अनुभवों से सीख के मेने 120 से अधिक लेख लिखे और जज, वक्ता, पैनलिस्ट, या अतिथि व्याख्याता जैसी भूमिकाओं में 60 से अधिक कार्यक्रमों में भाग लिया। मैंने इन प्रयासों के माध्यम से ५० हजार से अधिक व्यक्तियों को प्रभावित किया होगा।
और पढ़ें
May, 2020 - Post
अधिक सफल बनने के लिए बदलें!
परिवर्तन एकमात्र स्थिरांक है, इसके लिए मानव जाति से निरंतर प्रयास की आवश्यकता होती है जो उस परिवर्तन को समझे जो सफलता की और लेके जाता है, और हमें और भी अधिक सफल बनाता है। अपने पहले लेख में, मैंने सफलता के मंत्र के बारे में बात की , और आवश्यकता पड़ने पर परिवर्तन को स्वीकार करने के बारे में भी लिखा । कभी-कभी जिस तरह से हम अपनी सफलता का अनुभव करते हैं वह अधिक सफल बनने के लिए अवरोधक बन जाता है। हम सफल होने के रास्ते पर जाने-अनजाने में कुछ आदतें जमा कर लेते हैं, और ज्यादातर हम कभी भी महसूस नहीं करते हैं कि वे आदतें हमारे आगे बढ़ने के रास्ते को अवरुद्ध करना शुरू कर देती हैं।
और पढ़ें
Mar, 2019 - Post
जीवन में उद्देश्य और संतुलन कायम रखें
मैंने अभी-अभी गौड़ गोपाल दास की एक पुस्तक “Life’s Amazing Secrets” समाप्त की है । यह पुस्तक जीवन में संतुलन और उद्देश्य के विषय को अच्छी तरह से शामिल करती है। पुस्तक से कुछ अवधारणाएँ को मैं अपने वर्तमान कंपनी संस्कृति से भी रिलेटेड कर सकता हूँ, जैसे जैसे की कल्टीवेशन एंड कोलैबोरेशन।
मुझे मेरी नयी कंपनी ThoughtWorks ज्वाइन किये 6 महीने से अधिक हो गए है, एक संगठन जो 25 साल से अधिक समय पहले एक सामाजिक प्रयोग के रूप में शुरू हुआ था, और जीवन में 3 स्तंभों को संतुलित करने में विश्वास करता है; स्थिरता, उत्कृष्टता और उद्देश्य। यह संगठन को एक जीवित इकाई के रूप में बनाता है, और जहां कहीं भी जीवन है, उसे परिवर्तनों और चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, यह हम पर है कि हम कैसे बदलते हैं और बदलने की कला को उत्कृष्टता देते हैं।
और पढ़ें
Tag: talks
Jul, 2024 - Post
२० सालों की २० सीखें
५ जुलाई २००४, वो समय जब में मैंने अपनी पेशेवर यात्रा शुरू की। ये पिछले 20 वर्ष मेहनत और संतुष्टि से भरे रहे हैं।
जैसे की कहते है “सीखना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है और जब हम सीख को किसी से साझा करते है तो ये और परिपक्व होती है”,
इन दो दशकों में मुझे भी बहुत कुछ सीखने को मिला, मैंने विभिन्न प्रोद्योगिक तकनीकियों में ५० से ज्यादा प्रोजेक्ट्स किये, विभिन्न संगठनों में विविध पृष्ठभूमि के हजारों लोगों के साथ सीधे काम किया। इन्ही अनुभवों से सीख के मेने 120 से अधिक लेख लिखे और जज, वक्ता, पैनलिस्ट, या अतिथि व्याख्याता जैसी भूमिकाओं में 60 से अधिक कार्यक्रमों में भाग लिया। मैंने इन प्रयासों के माध्यम से ५० हजार से अधिक व्यक्तियों को प्रभावित किया होगा।
और पढ़ें
Tag: technology
Dec, 2025 - Post
📕उपलब्ध है! जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना
📕 जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना एक भावनात्मक और प्रेरणादायक पुस्तक है, जो श्री जग्गूराम जैसे दूरदर्शी, सरल और गहन विचारों वाले व्यक्तित्व के जीवन-सार को संजोती है। उनके आशीर्वाद, मूल्यों और जीवन-दृष्टि ने कई पीढ़ियों को आकार दिया है, और आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं।
मैंने अपने बचपन की स्मृतियों को मिलाकर इस महान व्यक्तित्व की सीखों को दस अध्यायों में समाहित किया है। इन अध्यायों में जीवन की असली विरासत, जिम्मेदारियों का महत्व, उतार-चढ़ाव से जूझने की शक्ति, हुनर का मूल्य, छिपी क्षमताएँ, पारिवारिक जुड़ाव, संघर्ष समाधान, अनुशासन, कर्म की शक्ति और उच्च मूल्यों के साथ जीवन के समापन जैसी महत्वपूर्ण बातों को सरल, प्रेरक तरीके से प्रस्तुत किया गया है।
और पढ़ें
Nov, 2025 - Post
📕जल्द आ रही है! जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना
जीवन हमें हर पल कुछ न कुछ सिखाता है—लेकिन जब हम ठहरकर उन पलों पर विचार करते हैं, तभी हम वास्तव में आगे बढ़ते हैं। हर किसी के जीवन में चुनौतियाँ होती हैं; कोई भी जीवन समस्याओं से मुक्त नहीं है। हमें हमारी परेशानियाँ परिभाषित नहीं करती, बल्कि उनसे ऊपर उठने की हमारी क्षमता करती है।
आज हम जिन अधिकतर चुनौतियों का सामना करते हैं, वे वही हैं जिनसे हमारी पिछली पीढ़ियाँ भी गुज़री थीं—चाहे वह दैनिक जीवन से जुड़ी हों, रिश्तों से, कमाई-खर्च से, या ज़िम्मेदारियों के प्रबंधन से। हमारे आसपास—घर में, परंपराओं में, और बड़ों की कहानियों में—बहुत-सी जीवन-उपयोगी सीखें पहले से मौजूद हैं। फिर भी आधुनिक जीवन की तेज़ दौड़ में हम अक्सर इस अनमोल मार्गदर्शन को अनदेखा कर देते हैं। विरासतें भुला दी जाती हैं, अनुभव धुंधला जाते हैं, और हर पीढ़ी को फिर से वही समझ दोबारा बनानी पड़ती है—कई बार एक झूठी समृद्धि और उन्नति के भ्रम में।
और पढ़ें
Nov, 2025 - About
मेरे बारे में जाने
📨 संपर्क 📃 मेरा रिज्यूमे 🎗️ सामाजिक सहयोग 🛟 मेरे जीवन मंत्र 🗣️ अनुशंसा 🐦🔥️ मेरे अविष्कार 📚️ मेरी पुस्तकें 🏆️ मेरे पुरुष्कार
👉 कुछ शब्द! कुलदीप ने व्यवसायों के विकास में आधुनिक तकनिकी की मुख्य भूमिका में दर्शाते हुए अपना करियर बनाया है। उन्होंने नई प्रौद्योगिकियों में महारत हासिल कर कई उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किये।
कुलदीप ने विभिन्न क्षेत्रों में काम किया, और कई समाधान निकाले जो प्रभावशीलता और दक्षता को प्रभावित करते हैं। कुलदीप सीएक्सओ सर्कल के भीतर स्मार्ट ग्लास, आईओटी, ब्लॉकचेन और एआरवीआर प्रौद्योगिकियों का उपयोग करके कनेक्टेड वर्कर, इंस्टॉलेशन असिस्टेंट, रिमोट एक्सपर्ट, इनडोर पोजिशनिंग और डिजिटल ट्विन जैसी अवधारणाओं को प्रचारित करने में भी समय लगाते हैं। उन्होंने अनुमान, पूर्वानुमान और अनुकूलन में कई जटिल डेटा परियोजनाओं का नेतृत्व किया है और अत्यधिक स्केलेबल, क्लाउड-नेटिव और माइक्रोसर्विसेज आधारित आर्किटेक्चर भी डिजाइन किए हैं।
और पढ़ें
Tag: thoughtworks
Sep, 2025 - About
कुछ पल
कितना छोटा या कितना बड़ा - एक प्राकृतिक यात्रा - Oct, 2025 स्काई डाइविंग - एक अनुभव - Sep, 2025 18वीं सालगिरह रितु और कुलदीप - Feb, 2025 माता-पिता की शादी की 44वीं सालगिरह - Jun, 2024 मातापिता को किताब समर्पित करना - May, 2024 वृन्दावन - Mar, 2024 2023 शुभ गृहप्रवेश – रक्षाबंधन - Aug, 2023 Jim corbett trip - Jun, 2023 16th Wedding anniversary - Feb, 2023 Father Retirement Speech - Jun, 2022 ☞ More Details 14th Wedding anniversary - Feb, 2021 Keep Moving - Jan, 2021 3rd Birthday Lovyansh - Jun, 2020 ☞ More Details
और पढ़ें
Jul, 2024 - Post
२० सालों की २० सीखें
५ जुलाई २००४, वो समय जब में मैंने अपनी पेशेवर यात्रा शुरू की। ये पिछले 20 वर्ष मेहनत और संतुष्टि से भरे रहे हैं।
जैसे की कहते है “सीखना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है और जब हम सीख को किसी से साझा करते है तो ये और परिपक्व होती है”,
इन दो दशकों में मुझे भी बहुत कुछ सीखने को मिला, मैंने विभिन्न प्रोद्योगिक तकनीकियों में ५० से ज्यादा प्रोजेक्ट्स किये, विभिन्न संगठनों में विविध पृष्ठभूमि के हजारों लोगों के साथ सीधे काम किया। इन्ही अनुभवों से सीख के मेने 120 से अधिक लेख लिखे और जज, वक्ता, पैनलिस्ट, या अतिथि व्याख्याता जैसी भूमिकाओं में 60 से अधिक कार्यक्रमों में भाग लिया। मैंने इन प्रयासों के माध्यम से ५० हजार से अधिक व्यक्तियों को प्रभावित किया होगा।
और पढ़ें
Feb, 2021 - Post
२०२० में इच्छा शक्ति बढ़ाने के कुछ अनुभव
वर्ष 2020 परिवर्तन का वर्ष था, यह कुछ लोगों के लिए दर्दनाक हो सकता है, लेकिन साथ ही इसने हमें जीवन में सबक भी सिखाया है। मैंने इसके बारे में पहले भी लिखा है कि हमें इसे स्वीकार करना होगा, और यह साल याद किया जाएगा हमारे पूरे जीवन में और उसके बाद भी, चाहे हम कुछ भी करें, पर इसका प्रभाव पड़ेगा। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि हम वर्तमान को पूरी तरह से जीएं। यहाँ पढ़े -
और पढ़ें
Mar, 2019 - Post
जीवन में उद्देश्य और संतुलन कायम रखें
मैंने अभी-अभी गौड़ गोपाल दास की एक पुस्तक “Life’s Amazing Secrets” समाप्त की है । यह पुस्तक जीवन में संतुलन और उद्देश्य के विषय को अच्छी तरह से शामिल करती है। पुस्तक से कुछ अवधारणाएँ को मैं अपने वर्तमान कंपनी संस्कृति से भी रिलेटेड कर सकता हूँ, जैसे जैसे की कल्टीवेशन एंड कोलैबोरेशन।
मुझे मेरी नयी कंपनी ThoughtWorks ज्वाइन किये 6 महीने से अधिक हो गए है, एक संगठन जो 25 साल से अधिक समय पहले एक सामाजिक प्रयोग के रूप में शुरू हुआ था, और जीवन में 3 स्तंभों को संतुलित करने में विश्वास करता है; स्थिरता, उत्कृष्टता और उद्देश्य। यह संगठन को एक जीवित इकाई के रूप में बनाता है, और जहां कहीं भी जीवन है, उसे परिवर्तनों और चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, यह हम पर है कि हम कैसे बदलते हैं और बदलने की कला को उत्कृष्टता देते हैं।
और पढ़ें
Nov, 2025 - About
मेरे बारे में जाने
📨 संपर्क 📃 मेरा रिज्यूमे 🎗️ सामाजिक सहयोग 🛟 मेरे जीवन मंत्र 🗣️ अनुशंसा 🐦🔥️ मेरे अविष्कार 📚️ मेरी पुस्तकें 🏆️ मेरे पुरुष्कार
👉 कुछ शब्द! कुलदीप ने व्यवसायों के विकास में आधुनिक तकनिकी की मुख्य भूमिका में दर्शाते हुए अपना करियर बनाया है। उन्होंने नई प्रौद्योगिकियों में महारत हासिल कर कई उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किये।
कुलदीप ने विभिन्न क्षेत्रों में काम किया, और कई समाधान निकाले जो प्रभावशीलता और दक्षता को प्रभावित करते हैं। कुलदीप सीएक्सओ सर्कल के भीतर स्मार्ट ग्लास, आईओटी, ब्लॉकचेन और एआरवीआर प्रौद्योगिकियों का उपयोग करके कनेक्टेड वर्कर, इंस्टॉलेशन असिस्टेंट, रिमोट एक्सपर्ट, इनडोर पोजिशनिंग और डिजिटल ट्विन जैसी अवधारणाओं को प्रचारित करने में भी समय लगाते हैं। उन्होंने अनुमान, पूर्वानुमान और अनुकूलन में कई जटिल डेटा परियोजनाओं का नेतृत्व किया है और अत्यधिक स्केलेबल, क्लाउड-नेटिव और माइक्रोसर्विसेज आधारित आर्किटेक्चर भी डिजाइन किए हैं।
और पढ़ें
Tag: tips
Jul, 2024 - Post
२० सालों की २० सीखें
५ जुलाई २००४, वो समय जब में मैंने अपनी पेशेवर यात्रा शुरू की। ये पिछले 20 वर्ष मेहनत और संतुष्टि से भरे रहे हैं।
जैसे की कहते है “सीखना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है और जब हम सीख को किसी से साझा करते है तो ये और परिपक्व होती है”,
इन दो दशकों में मुझे भी बहुत कुछ सीखने को मिला, मैंने विभिन्न प्रोद्योगिक तकनीकियों में ५० से ज्यादा प्रोजेक्ट्स किये, विभिन्न संगठनों में विविध पृष्ठभूमि के हजारों लोगों के साथ सीधे काम किया। इन्ही अनुभवों से सीख के मेने 120 से अधिक लेख लिखे और जज, वक्ता, पैनलिस्ट, या अतिथि व्याख्याता जैसी भूमिकाओं में 60 से अधिक कार्यक्रमों में भाग लिया। मैंने इन प्रयासों के माध्यम से ५० हजार से अधिक व्यक्तियों को प्रभावित किया होगा।
और पढ़ें
Tag: universe
Oct, 2025 - Post
कितना छोटा या कितना बड़ा है जीवन?
कुछ व्यस्त महीनों के बाद, मैं हाल ही में अपने परिवार के साथ एक कैंपिंग साइट पर गया — प्रकृति के करीब होना वाकई एक ताज़गी भरा अनुभव था। इस यात्रा का आयोजन कैंप गोपिका ने किया था और एस्ट्रोस्टॉप ने हमारे प्रवास को एक अनोखा अनुभव दिया।
शांत वातावरण ने मुझे जीवन पर चिंतन करने और अपनी आगामी पुस्तक 📕 “जगजीवन – जीवन से बढ़कर जीना” के अंतिम रूप पर काम करने का समय दिया, जो मेरे परनाना की कहानी और उनके इस विश्वास को बताती है कि सीखने और आत्मनिरीक्षण के लिए यात्रा आवश्यक है।
और पढ़ें
Tag: video
Sep, 2025 - About
कुछ पल
कितना छोटा या कितना बड़ा - एक प्राकृतिक यात्रा - Oct, 2025 स्काई डाइविंग - एक अनुभव - Sep, 2025 18वीं सालगिरह रितु और कुलदीप - Feb, 2025 माता-पिता की शादी की 44वीं सालगिरह - Jun, 2024 मातापिता को किताब समर्पित करना - May, 2024 वृन्दावन - Mar, 2024 2023 शुभ गृहप्रवेश – रक्षाबंधन - Aug, 2023 Jim corbett trip - Jun, 2023 16th Wedding anniversary - Feb, 2023 Father Retirement Speech - Jun, 2022 ☞ More Details 14th Wedding anniversary - Feb, 2021 Keep Moving - Jan, 2021 3rd Birthday Lovyansh - Jun, 2020 ☞ More Details
और पढ़ें
Tag: vr
Nov, 2025 - Post
📕जल्द आ रही है! जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना
जीवन हमें हर पल कुछ न कुछ सिखाता है—लेकिन जब हम ठहरकर उन पलों पर विचार करते हैं, तभी हम वास्तव में आगे बढ़ते हैं। हर किसी के जीवन में चुनौतियाँ होती हैं; कोई भी जीवन समस्याओं से मुक्त नहीं है। हमें हमारी परेशानियाँ परिभाषित नहीं करती, बल्कि उनसे ऊपर उठने की हमारी क्षमता करती है।
आज हम जिन अधिकतर चुनौतियों का सामना करते हैं, वे वही हैं जिनसे हमारी पिछली पीढ़ियाँ भी गुज़री थीं—चाहे वह दैनिक जीवन से जुड़ी हों, रिश्तों से, कमाई-खर्च से, या ज़िम्मेदारियों के प्रबंधन से। हमारे आसपास—घर में, परंपराओं में, और बड़ों की कहानियों में—बहुत-सी जीवन-उपयोगी सीखें पहले से मौजूद हैं। फिर भी आधुनिक जीवन की तेज़ दौड़ में हम अक्सर इस अनमोल मार्गदर्शन को अनदेखा कर देते हैं। विरासतें भुला दी जाती हैं, अनुभव धुंधला जाते हैं, और हर पीढ़ी को फिर से वही समझ दोबारा बनानी पड़ती है—कई बार एक झूठी समृद्धि और उन्नति के भ्रम में।
और पढ़ें
Tag: work-from-home
Oct, 2022 - Post
पिता की सेवानिवृत्ति पर उनके जीवन से कुछ सबक
मैंने thinkuldeep.com की शुरुआत इस बात को ध्यान में रखते हुए की थी कि हम जीवन की हर परिस्थिति में हर दिन सीखते हैं, चाहे अच्छा हो या बुरा। हमारी सीख साझा करने से परिपक्व होती है, हम इसे दूसरों को देकर हम और अधिक सीखते हैं।
हाल ही में मेरे पिता ने जीवन के 60 वर्ष पुरे किये है, और सरकारी सेवाओं से सेवानिवृत्त हुए हैं। 60 साल काफी बड़ा अनुभव होता है, जिसमें से उन्होंने लगभग 38 साल राजस्थान सरकार की सेवा में बिताए। हम उनके जीवन से बहुत कुछ सीख सकते हैं, खासकर युवा पीढ़ी जो पैसे और पद के पीछे भाग रही है, और हर कुछ वर्षों या महीनों में नौकरी बदलते हैं। रूटीन 9 से 5 जॉब बनाम कॉरपोरेट रेस जो हम दौड़ रहे है, इनमे काफी अंतर है, दोनों का अपना-अपना पक्ष हैं। मुझे नहीं पता की में कभी अपने लिए सेवानिवृत्ति का जश्न मनाऊंगा जैसा कि हमने अपने पिता के सेवानिवृत्ति दिवस के लिए मनाया है। मैंने उनके लिए सेवानिवृत्ति दिवस भाषण में उनके जीवन पर कुछ अपने कुछ विचार साझा किए थे। मैं इस लेख में यहां संक्षेप में उन्ही को साझा कर रहा हूं।
और पढ़ें
Feb, 2021 - Post
२०२० में इच्छा शक्ति बढ़ाने के कुछ अनुभव
वर्ष 2020 परिवर्तन का वर्ष था, यह कुछ लोगों के लिए दर्दनाक हो सकता है, लेकिन साथ ही इसने हमें जीवन में सबक भी सिखाया है। मैंने इसके बारे में पहले भी लिखा है कि हमें इसे स्वीकार करना होगा, और यह साल याद किया जाएगा हमारे पूरे जीवन में और उसके बाद भी, चाहे हम कुछ भी करें, पर इसका प्रभाव पड़ेगा। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि हम वर्तमान को पूरी तरह से जीएं। यहाँ पढ़े -
और पढ़ें
Tag: writing
Jul, 2024 - Post
२० सालों की २० सीखें
५ जुलाई २००४, वो समय जब में मैंने अपनी पेशेवर यात्रा शुरू की। ये पिछले 20 वर्ष मेहनत और संतुष्टि से भरे रहे हैं।
जैसे की कहते है “सीखना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है और जब हम सीख को किसी से साझा करते है तो ये और परिपक्व होती है”,
इन दो दशकों में मुझे भी बहुत कुछ सीखने को मिला, मैंने विभिन्न प्रोद्योगिक तकनीकियों में ५० से ज्यादा प्रोजेक्ट्स किये, विभिन्न संगठनों में विविध पृष्ठभूमि के हजारों लोगों के साथ सीधे काम किया। इन्ही अनुभवों से सीख के मेने 120 से अधिक लेख लिखे और जज, वक्ता, पैनलिस्ट, या अतिथि व्याख्याता जैसी भूमिकाओं में 60 से अधिक कार्यक्रमों में भाग लिया। मैंने इन प्रयासों के माध्यम से ५० हजार से अधिक व्यक्तियों को प्रभावित किया होगा।
और पढ़ें
Tag: xr
Nov, 2025 - Post
📕जल्द आ रही है! जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना
जीवन हमें हर पल कुछ न कुछ सिखाता है—लेकिन जब हम ठहरकर उन पलों पर विचार करते हैं, तभी हम वास्तव में आगे बढ़ते हैं। हर किसी के जीवन में चुनौतियाँ होती हैं; कोई भी जीवन समस्याओं से मुक्त नहीं है। हमें हमारी परेशानियाँ परिभाषित नहीं करती, बल्कि उनसे ऊपर उठने की हमारी क्षमता करती है।
आज हम जिन अधिकतर चुनौतियों का सामना करते हैं, वे वही हैं जिनसे हमारी पिछली पीढ़ियाँ भी गुज़री थीं—चाहे वह दैनिक जीवन से जुड़ी हों, रिश्तों से, कमाई-खर्च से, या ज़िम्मेदारियों के प्रबंधन से। हमारे आसपास—घर में, परंपराओं में, और बड़ों की कहानियों में—बहुत-सी जीवन-उपयोगी सीखें पहले से मौजूद हैं। फिर भी आधुनिक जीवन की तेज़ दौड़ में हम अक्सर इस अनमोल मार्गदर्शन को अनदेखा कर देते हैं। विरासतें भुला दी जाती हैं, अनुभव धुंधला जाते हैं, और हर पीढ़ी को फिर से वही समझ दोबारा बनानी पड़ती है—कई बार एक झूठी समृद्धि और उन्नति के भ्रम में।
और पढ़ें