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Nov, 2025 - About
पुस्तकें
📕 जगजीवन जीवन से बढ़कर जीना 📕 जगजीवन: जीवन से बढ़कर जीना एक भावनात्मक और प्रेरणादायक पुस्तक है, जो श्री जग्गूराम जैसे दूरदर्शी, सरल और गहन विचारों वाले व्यक्तित्व के जीवन-सार को संजोती है। उनके आशीर्वाद, मूल्यों और जीवन-दृष्टि ने कई पीढ़ियों को आकार दिया है, और आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं।
लेखक ने अपने बचपन की स्मृतियों को मिलाकर इस महान व्यक्तित्व की सीखों को दस अध्यायों में समाहित किया है। इन अध्यायों में जीवन की असली विरासत, जिम्मेदारियों का महत्व, उतार-चढ़ाव से जूझने की शक्ति, हुनर का मूल्य, छिपी क्षमताएँ, पारिवारिक जुड़ाव, संघर्ष समाधान, अनुशासन, कर्म की शक्ति और उच्च मूल्यों के साथ जीवन के समापन जैसी महत्वपूर्ण बातों को सरल, प्रेरक तरीके से प्रस्तुत किया गया है।
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Oct, 2025 - Post
कितना छोटा या कितना बड़ा है जीवन?
कुछ व्यस्त महीनों के बाद, मैं हाल ही में अपने परिवार के साथ एक कैंपिंग साइट पर गया — प्रकृति के करीब होना वाकई एक ताज़गी भरा अनुभव था। इस यात्रा का आयोजन कैंप गोपिका ने किया था और एस्ट्रोस्टॉप ने हमारे प्रवास को एक अनोखा अनुभव दिया।
शांत वातावरण ने मुझे जीवन पर चिंतन करने और अपनी आगामी पुस्तक 📕 “जगजीवन – जीवन से बढ़कर जीना” के अंतिम रूप पर काम करने का समय दिया, जो मेरे परनाना की कहानी और उनके इस विश्वास को बताती है कि सीखने और आत्मनिरीक्षण के लिए यात्रा आवश्यक है।
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Jul, 2024 - Post
२० सालों की २० सीखें
५ जुलाई २००४, वो समय जब में मैंने अपनी पेशेवर यात्रा शुरू की। ये पिछले 20 वर्ष मेहनत और संतुष्टि से भरे रहे हैं।
जैसे की कहते है “सीखना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है और जब हम सीख को किसी से साझा करते है तो ये और परिपक्व होती है”,
इन दो दशकों में मुझे भी बहुत कुछ सीखने को मिला, मैंने विभिन्न प्रोद्योगिक तकनीकियों में ५० से ज्यादा प्रोजेक्ट्स किये, विभिन्न संगठनों में विविध पृष्ठभूमि के हजारों लोगों के साथ सीधे काम किया। इन्ही अनुभवों से सीख के मेने 120 से अधिक लेख लिखे और जज, वक्ता, पैनलिस्ट, या अतिथि व्याख्याता जैसी भूमिकाओं में 60 से अधिक कार्यक्रमों में भाग लिया। मैंने इन प्रयासों के माध्यम से ५० हजार से अधिक व्यक्तियों को प्रभावित किया होगा।
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May, 2020 - Post
अधिक सफल बनने के लिए बदलें!
परिवर्तन एकमात्र स्थिरांक है, इसके लिए मानव जाति से निरंतर प्रयास की आवश्यकता होती है जो उस परिवर्तन को समझे जो सफलता की और लेके जाता है, और हमें और भी अधिक सफल बनाता है। अपने पहले लेख में, मैंने सफलता के मंत्र के बारे में बात की , और आवश्यकता पड़ने पर परिवर्तन को स्वीकार करने के बारे में भी लिखा । कभी-कभी जिस तरह से हम अपनी सफलता का अनुभव करते हैं वह अधिक सफल बनने के लिए अवरोधक बन जाता है। हम सफल होने के रास्ते पर जाने-अनजाने में कुछ आदतें जमा कर लेते हैं, और ज्यादातर हम कभी भी महसूस नहीं करते हैं कि वे आदतें हमारे आगे बढ़ने के रास्ते को अवरुद्ध करना शुरू कर देती हैं।
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Mar, 2019 - Post
जीवन में उद्देश्य और संतुलन कायम रखें
मैंने अभी-अभी गौड़ गोपाल दास की एक पुस्तक “Life’s Amazing Secrets” समाप्त की है । यह पुस्तक जीवन में संतुलन और उद्देश्य के विषय को अच्छी तरह से शामिल करती है। पुस्तक से कुछ अवधारणाएँ को मैं अपने वर्तमान कंपनी संस्कृति से भी रिलेटेड कर सकता हूँ, जैसे जैसे की कल्टीवेशन एंड कोलैबोरेशन।
मुझे मेरी नयी कंपनी ThoughtWorks ज्वाइन किये 6 महीने से अधिक हो गए है, एक संगठन जो 25 साल से अधिक समय पहले एक सामाजिक प्रयोग के रूप में शुरू हुआ था, और जीवन में 3 स्तंभों को संतुलित करने में विश्वास करता है; स्थिरता, उत्कृष्टता और उद्देश्य। यह संगठन को एक जीवित इकाई के रूप में बनाता है, और जहां कहीं भी जीवन है, उसे परिवर्तनों और चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, यह हम पर है कि हम कैसे बदलते हैं और बदलने की कला को उत्कृष्टता देते हैं।
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